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सड़क सुरक्षा में वाहन चालकों का सहयोग अनिवार्यः डॉ हरीश गज्जू

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परिवहन विभाग धर्मशाला द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह की कड़ी में परिवहन कार्यालय परिसर में टैक्सी चालकों एवं उनके पदाधिकारियों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें उपमण्डलाधिकारी (नागरिक) धर्मशाला डॉ. हरीश गज्जू बतौर मुख्यातिथि उपस्थित थे। उन्होंने सड़क सुरक्षा में वाहन चालकों के सहयोग का आहवान किया। उन्होंने वाहन चलाते समय सीट बैलट का प्रयोग करने और मोबाइल फोन का प्रयोग न करने की आवश्यकता को दोहराया। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा में सहयोग देने और वाहन चलाते समय अनुशासन व सयंम का परिचय देने और यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय सावधानी बरतें ताकि सड़क पर पैदल चलने वाले यात्रियों, बुजुर्ग एवं बच्चों को भी किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि वाहनों में प्रैशर अथवा कई प्रकार की आवाज वाले हार्न न लगाएं।

इस अवसर पर आटीओ संजय धीमान ने कहा कि सड़क यातायात के लिए सुरक्षित रहें, इसके लिए पुलिस के अलावा वाहन चलाने और प्रयोग करने वाले लोगों का दायित्व है। वाहन चालक को अपने वाहन के दस्तावेज और वाहन चलाने का लाईसैंस साथ रखना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें किसी परेशानी का सामना न करना पड़ें। उन्होंने वाहन चालकों को सड़क पर चलने वालों से भी ठीक बर्ताव करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा में सहयोग देने औऱ वाहन चलाते समय अनुशासन और सयंम का परिचय देने और यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया।
 
पुलिस यातायात प्रभारी, उपनिरीक्षक मोहिन्द्र कुमार ने वाहन चालकों को यातायात के नियमों का पालन करने का आग्रह किया ताकि सड़क पर लापरवाही से गाड़ी चलाने से किसी प्रकार की अनहोनी से बचाव किया जा सकें। उन्होंने वाहन चालकों को गाड़ी निरीक्षण के लिए रोकने का आग्रह किया और यातायात के नियमों को लागू करने के लिए यातायात पुलिस को सहयोग देने को कहा। उन्होंने कहा कि गाड़ियों का चालान अथवा वाहन चालकों को दंडित करना केवल उनमें सुधार लाने तथा नियमों का पालन करवाने का प्रयास होता है।

टैक्सी चालक के पदाधिकारी राजेंद्र राणा ने कहा कि हमारा हमेशा यही प्रयास रहता है कि यातायात नियमों को पालन करें और दुर्घटनाएं कम हों। टैक्सी यूनियन गगल के प्रधान कुलजीत राणा ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि लाईलेंस देने से पहले प्रत्येक चालक को यातायात नियमों का ज्ञान हो और उन्होंने लाईसैंस धारकों से आग्रह किया कि वह तब तक गाड़ी को रोड़ पर लेकर न आएं, जब तक कि वह गाड़ी चलाने में बिल्कुल निपुण नहीं हो जाते।