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प्रदेश में हर्षोल्लास से मनाया गया हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व का स्वर्ण जयंती समारोह

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हिमाचल प्रदेश के राज्यत्व दिवस के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह आज प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राज्य स्तरीय स्वर्ण जयंती समारोह शिमला के ऐतिहासिक रिज पर आयोजित किया गया जबकि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर भी इस विशेष अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्यस्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय बतौर मुख्य अतिथि जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केन्द्रीय वित्त एवं कार्पोरेट मामले राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर विशेष रूप से इस समारोह में शामिल हुए।

इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस छोटे पहाड़ी राज्य ने 50 वर्षों की यात्रा में उल्लेखनीय विकास किया है। समर्पित नेतृत्व, मजबूत इच्छाशक्ति और प्रदेश के लोगों की कड़ी मेहनत से विकास के कई आयाम स्थापित हुए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी, सामाजिक सुरक्षा और जनजातीय कल्याण को प्राथमिकता प्रदान कर हिमाचल प्रदेश सामाजिक-आर्थिक लक्ष्यों को हासिल कर देश का आदर्श राज्य बनकर उभरा है। दत्तात्रेय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देव भूमि और वीर भूमि के नाम से भी जाना जाता है। प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा से लेकर कैप्टन विक्रम बत्रा जैसे जांबाजों ने अपनी वीरता और सर्वाच्च बलिदान से राष्ट्र और प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने प्रदेश सरकार की लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के सफल कार्यान्वयन करने के लिए बधाई दी। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी लोगों के सहयोग और सशक्त नेतृत्व से प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।

जगत प्रकाश नड्डा ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश के लोग भाग्यशाली हैं कि वे इस ऐतिहासिक समारोह के साक्षी बने हैं। हिमाचल प्रदेश की विकास यात्रा अत्यन्त कठिन रही लेकिन समय-समय पर मिले मजबूत नेतृत्व व प्रदेश के मेहनती लोगों ने चुनौतियों को अवसरों में बदला तथा विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से विकास किया। नड्डा ने कहा कि प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार का राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, शांता कुमार, राम लाल ठाकुर और प्रेम कुमार धूमल ने भी अपने योगदान से प्रदेश को तरक्की और समृद्धि का मार्ग सुनिश्चित किया। आज प्रदेश में छः चिकित्सा महाविद्यालय, एक एम्स, पीजीआई सेटेलाइट केन्द्र और सुपर स्पेशिलियटी अस्पताल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर प्रदेश को विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा दिया है और उनकी विशेष रूचि और उदारता के कारण ही अटल टनल का कार्य पूर्ण हुआ। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की और कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का सबसे अधिक विकसित राज्य बनने की ओर अग्रसर है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों को इस ऐतिहासिक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए पूर्व मुख्यमंत्रियों के योगदान की सराहना की जिन्होंने इस पहाड़ी राज्य की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और विभिन्न चुनौतियों के बावजूद प्रदेश को भारत सरकार और विभिन्न ऐजेंसियों द्वारा निर्धारित विभिन्न मानकों के अनुरूप देश का अग्रणी राज्य बनाने में सफलता हासिल की। प्रदेश ने अब तक जो कुछ भी हासिल किया है वह यहां के ईमानदार और मेहनती लोगों के कारण संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने अपनी विकास यात्रा लगभग शून्य से आरम्भ की और पिछले 50 वर्षों में हासिल उपलब्धियां न केवल पहाड़ी राज्यों बल्कि देश के अन्य बड़े राज्यों के लिए भी आदर्श हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को भारत का 18वां राज्य घोषित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी और प्रदेश के विकास की मजबूत नींव रखने के लिए डॉ. वाई.एस. परमार को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को देश का सबसे विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करने के लिए प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी प्रदेश के प्रति विशेष उदारता दिखाते हुए हिमाचल प्रदेश को विशेष औद्योगिक पैकेज दिया ताकि इसे देश का औद्योगिक हब बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना श्री वाजपेयी की ही सोच थी जिससे ग्रामीण हिमाचल को सड़क सुविधा सुनिश्चित हो सकी। प्रदेश भाग्यशाली है कि वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राज्य की विकासात्मक आवश्यकताओं को हमेशा प्राथमिकता दी है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह को वर्ष भर 51 कार्यक्रम आयोजित कर शानदार तरीके से मनाएगा। इससे प्रदेश के 50 वर्षों की विकास यात्रा में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित होगी। सरकार राज्य के उन लोगों को भी सम्मानित करेगी जिन्होंने प्रदेश के विकास, खेल, संस्कृति, कला और समाज सेवा आदि क्षेत्रों में राज्य को गौरवान्वित किया है। इसके अलावा, हिमाचल को देश का सर्वाधिक विकसित राज्य बनाने के लिए लोगों से सुझाव भी आमंत्रित किए जाएंगे।

जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी ने वैश्विक अर्थ-व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे हमारा देश व राज्य भी अछूता नहीं रहा है। इसके बावजूद प्रधानमंत्री के सशक्त नेतृत्व से आज हमने महामारी को फैलने से रोकने में सफलता हासिल की है और दो कोरोना वैक्सीन भी तैयार कर ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज राज्य की प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 1,90,500 रुपये से अधिक हो गई है। यहां 4118 स्वास्थ्य संस्थान कार्यशील हैं जिनकी संख्या 1970-71 में मात्र 587 थी।