मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज मंडी में जन संवाद कक्ष का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस सुविधा से जन समस्याओं के समाधान के लिए बेहतर, सुविधाजनक और उपयुक्त स्थान उपलब्ध होगा। इस प्री-फैब्रिकेटिड संरचना का निर्माण 117 लाख रुपये की लागत से किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए शिमला में उनके सरकारी आवास और कार्यालय में प्रदेशभर से आने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था क्योंकि दोनों स्थानों पर उनके बैठने के लिए न तो उपयुक्त स्थान था और न ही कोई सुविधा। लोगों को गलियारे में खड़ा रहना पड़ता था। विशेषकर महिलाओं, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने सत्ता संभालते ही इस समस्या के समाधान के लिए दोनों स्थानों पर जन संवाद सदनों का निर्माण किया। अब इन दोनों स्थानों पर बैठने की पर्याप्त सुविधा है और अब लोगों को उनकी शिकायतों के निवारण के लिए खड़े नहीं रहना पड़ता है। इन जन संवाद सदनों में बैठने की उचित व्यवस्था के अलावा टीवी, जल, हीटिंग जैसी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गईं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कांगड़ा के धर्मशाला में भी इसी प्रकार की सुविधा सृजित की गई है जहां सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं हैं और लोग आराम से बैठकर मुख्यमंत्री और मंत्रियों से मिलकर अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकते हैं। इससे पूर्व लोगों को मुख्यमंत्री से मिलने के लिए कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि जन सुविधा के लिए शेष सभी जिला मुख्यालयों पर भी इस प्रकार के सदनों का निर्माण करने के प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने जिला मंडी में लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए विकासात्मक कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में 1019 किलोमीटर नई सड़कों की मैटलिंग और 980 किलामीटर सड़कों की रि-टायरिंग और मैटलिंग के अलावा 582 किलोमीटर लम्बी नई सड़कों का निर्माण किया गया है। इस अवधि के दौरान जिला मंडी में 63 गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा गया जबकि 22 पुलों और 75 नये भवनों का निर्माण भी किया गया है।