महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास कर्म चंद गांधी है। उन्हें महात्मा गांधी के पास जाना जाता है। भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे। वे सत्याग्रह (व्यापक सविनय अवज्ञा) के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार के अग्रणी नेता थे, उनकी इस अवधारणा की नींव सम्पूर्ण अहिंसा के सिद्धान्त पर रखी गयी थी जिसने भारत को आजादी दिलाकर पूरी दुनिया में जनता के नागरिक अधिकारों एवं स्वतन्त्रता के प्रति आन्दोलन के लिये प्रेरित किया। उन्हें दुनिया में आम जनता महात्मा गांधी के नाम से जानती है। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1969 में हुआ था।
आज महात्मा गांधी की 73वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर पूरा देश बापू को याद कर रहा है। 30 जनवरी को 1948 को नाथूराम गोडसे ने बापू को गोलियों से छलनी कर दिया। यही वजह है कि इस दिन को संपूर्ण राष्ट्र ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाता है। गांधीजी का व्यक्तित्व ही ऐसा है कि उनसे जितना सीखा जाए उतना कम है। गांधीजी ने अपने आदर्शों के आधार पर ऐसे बड़े-बड़े काम किए हैं, जो कि मिसाल बन गए। गांधीजी ने अपने जीवनकाल में कई सारी बातें ऐसी कहीं हैं, जो कि जानने और अपने जीवन में उतारने योग्य है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद औऱ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेताओं ने बापू के नमन किया है।
इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अमर-बलिदान के दिन कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उनकी पुण्य स्मृति को मैं नमन करता हूं। शांति, अहिंसा, सादगी, साधनों की पवित्रता और विनम्रता के उनके आदर्शों का हमें पालन करना चाहिए। आइए हम उनके द्वारा दिखाए गए सत्य और प्रेम के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बापू को नमन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर पीएम मोदी ने भी उनको नमन किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया- 'महान बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। उनके आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करते रहते हैं।'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।।।विनम्र श्रद्धांजलि।।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि संपूर्ण विश्व को सत्य, अहिंसा व स्वच्छता का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटि-कोटि नमन। सामाजिक एकता व समरसता का उनका संदेश सम्पूर्ण मानवता के लिए सदैव प्रासंगिक रहेगा।