शिक्षा खंड फतेहपुर के तहत पड़ती राजकीय प्राथमिक पाठशाला बडियाली में देखने को मिला जहां मात्र एक ही अध्यापक पांच कक्षाओं के करीब 31 बच्चों का भविष्य संवारने को विवश है। ऐसा नहीं है कि शिक्षा खंड फतेहपुर में अध्यापकों की कमी है। अध्यापक तो हैं लेकिन कहीं 4-5 बच्चों को पढ़ाने के लिये दो -दो अध्यापक तैनात हैं तो वहीं 31 बच्चों के लिये मात्र एक ही अध्यापक। इतना ही नहीं अब बच्चों ने भी सरकार से गुहार लगाई है कि उनके भविष्य को देखते हुए स्कूल में अन्यत्र दो अध्यापक नियुक्त किये जायें ताकि उनका पढ़ाई का स्तर अच्छा हो पाए।
बता दें अभी तक तो मात्र रा. प्रा. पाठशालाओं में पांचवी कक्षा के बच्चों को ही बुलाया जा रहा है। जब सभी कक्षाओं के बच्चे स्कूल बुलाये जाएंगे तो कैसे एक अध्यापक उन्हें शिक्षा दे पाएगा। वहीं इस जब उक्त पाठशाला में तैनात हैड टीचर सुभाष सिंह ने बताया कि अभी फिलहाल पांचवी कक्षा के ही बच्चे स्कूल आ रहे हैं। जोकि दस की संख्या में है। बताया जा रहा है कि स्कूल में 31 बच्चे पंजीकृत हैं ।
उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से वो अकेले की स्कूल का डाक से लेकर अन्य काम निपटाने को विवश हैं। स्कूल में अधयापकों की चल रही कमी बारे विभाग को अवगत करवाया हुआ है। लेकिन कोई राहत न मिली। वहीं, इस पर जब प्रारम्भिक शिक्षा खंड फतेहपुर के कार्यलय में सम्पर्क किया तो वहां से जानकारी दी गई कि अब अध्यापकों की नियुक्ति सरकार के आदेशों पर ही होती है। अब डेपुटेशन पर भी किसी अध्यापक को अन्यत्र स्थान पर लगाने पर भी पाबंदी लगाई गई है।