आज के दौर में भारतीय महिलाएं भी अब पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर की रहने वाली आयशा अजीज सबसे कम उम्र में देश की महिला पायलट बन गई है। आयशा ने साल 2011 में महज 16 साल की उम्र में ही स्टूडेंट पायलट लाइसेंस हासिल कर लिया था। उन्होंने बताया कि मुझे हवाई यात्रा करना और लोगों से मिलना अच्छा लगता है। इस वजह से मैंने पायलट बनने का निर्णय लिया। पायलट बनने के लिए आपका मानसिक रूप से मजबूत होना बहुत जरूरी है।
आयशा को अपने सपने को पूरा करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने ने बॉम्बे फ्लाइंग क्लब से पायलट की ट्रेनिंग ली है। यहीं से उन्हें पायलट का लाइसेंस भी मिला। ट्रेनिंग के दिनों में आयशा पूरे सप्ताह स्कूल जाती थी और वीकेंड पर विमान उड़ाने की ट्रेनिंग लिया करती थी। आयशा को सिंगल इंजन का सेसना 152 और 172 एयरक्राफ्ट उड़ाने का अनुभव है। उन्हें अपनी 200 घंटे की उड़ान पूरा होने के बाद कॉमर्शियल पायलट का लाइसेंस दिया गया है। आयशा के अनुसार वह सुनीता विलियम्स को अपना आदर्श मानती हैं। आयशा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं।