हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय में लगातार वीसी और डीएस की शय में नियमों को ताक पर रख कर चहेतों की भर्तियां की जा रही है। यूनिवर्सिटी का भगवाकरण किया जा रहा है और कोर्ट के आदेशों को भी ठेंगा दिखाया जा रहा है। सरकार आंखे मूंद कर बैठी हैं और वीसी और डीएस मनमानी कर रहे हैं। छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। यूनिवर्सिटी में आवेदन की छंटनी के लिए बनाई गई कमेटी के लोग अपने रिश्तेदारों को नौकरी दिलाने के लिए नियमों को दरकिनार कर रहे हैं। ये बात छात्र संघ NSUI के प्रदेश अध्यक्ष ने कही।
उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने भी विश्व विद्यालय की एडमिशन प्रकिया को गलत ठहराया है। बावजूद इसके विश्व विद्यालय अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं और बिना प्रवेश परीक्षा के अपात्र लोगों को दाखिले दिए गए हैं जबकि पात्र छात्रों को दाखिले नहीं दिए गए हैं। हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय में लगातार आरएसएस के लोगों की भर्तियां की जा रही है और एचपीयू का भगवाकरण किया जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल में एचपीयू ने छात्रों की परीक्षाएं ली और प्रवेश परीक्षा के बिना ही छात्रों को दाखिले दिए। विश्व विद्यालय प्रशासन लगातार तानाशाही रवैया अपना रहा है। सरकार ने अगर जल्द ही डीएस और वीसी को बर्खास्त नहीं किया तो एनएसयूआई विश्व विद्यालय के खिलाफ प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू करेगी।