सजग ग्राहक, बैंक प्रबंधक व पुलिस की सतर्कता से मंडी में दबोचे गए तीन एटीएम कार्ड स्कीमिंग करके लोगों के खातों से पैसा उड़ाने वालों से पूछताछ में कई तरह के खुलासे होने लगे हैं। पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि तीन लोग जो इसमें अमन, रोहित व प्रदीप पकड़े गए हैं उनके पास से कार्ड को क्लोन करने वाली 2 डिवाइसें, 7 सिम कार्ड, 3 मोबाइल फोन, 25 एटीएम कार्ड और 2 लाख 89 हजार रूपए कैश बरामद हुआ है। इनके पास आधार कार्ड भी मिले हैं जो इनके अपने नहीं बल्कि किसी और के हैं। इनकी भी छानबीन की जा रही है। इन्होंने अपने को हरियाणा का बताया है मगर अभी इसकी पुष्टि होनी बाकी है।
उन्होंने बताया कि ये लोग पठानकोट मार्ग से मंडी जिले में दाखिल हुए थे तथा 31 जनवरी व 1 फरवरी को ये कुल्लू जिले में सक्रिय थे जबकि दो दिन इन्होंने मंडी व सुंदरनगर में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। अभी तक दो लोगों ने सामने आकर अपने साथ इसी अंदाज में ठगी होने की शिकायत दर्ज की है जिसमें एक मंडी से हैं जिनके खाते से 20 हजार रूपए निकले हैं तो दूसरा सुंदरनगर से हैं जिनके खाते से 70 हजार रूपए निकाले हैं। इनके पास अपने आधार कार्ड नहीं हैं फिर भी मंडी के एक होटल वाले ने इन्हें ठहराया मगर पुलिस को सूचित नहीं किया व मंडी के ही एक डीलर ने इन्हें सिम कार्ड भी दिए। होटल व सिम डीलर के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये शातिर हालांकि ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं, अंडर मैट्कि के आसपास अपने को पढ़ा लिखा बता रहे हैं उम्र भी 20 साल के आसपास है मगर बेहद शातिराना तरीके से ठगी करते हैं। एटीएम में मदद के बहाने कार्ड को पलक झपकते ही डिवाइज से स्कीमिंग करके उसे आगे भेज देते हैं और फिर या तो आसपास खड़े रह कर पिन का पता लगा लेते हैं या फिर किसी तरीके से पूछ लेते हैं और बाद में पैसे निकाल लेते हैं। इन्होंने एक आनलाइन स्कीमिंग डिवाइज खरीद कर उसे साफ्टवेयर से जोड़ रखा है। कार्ड के स्कीमिंग होते ही कार्ड होल्डर की डिटेल फोन पता आदि मिल जाता है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस रैक्ट में बहुत लोग शामिल हो सकते हैं व कई राज्यों में इनका यह धंधा चल रहा है। पुलिस इनके कड़ी पूछताछ कर रही है। इनके इस शातिराना तरीके को भी रिकार्ड करके लोगों तक पहुंचाया जाएगा ताकि लोग सजग व जागरूक रहें। प्रेस वार्ता के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा व डीएसपी अनिल पटयाल भी मौजूद रहे।
पुलिस अधीक्षक का आग्रह
पुलिस अधीक्षक मंडी ने लोगों से आग्रह किया कि जब भी वह एटीएम से पैसे निकालने जाएं तो ध्यान रहे कि एटीएम कक्ष में कोई और न हो, कोई उन्हें दूर से पिन टाइप करते न देख रहा हो, कोई मदद की बात करे तो उसकी बातों में न आएं और सबसे अधिक जरूरी है कि अपना पिन नंबर किसी से भी शेयर न करें व कुछ कुछ समय के बाद अपना पिन बदलते रहें। बैंक प्रबंधन से भी आग्रह किया गया कि वह अपनी एटीएम मशीनों व कक्षों को ऐसे व्यवस्थित करें कि बाहरी व्यक्ति एटीएम चला रहे व्यक्ति की टाइपिंग आदि पर नजर न रख सके।