प्रदेश में बर्फबारी के चलते मुख्यमंत्री आज ऊना दौरे पर नहीं आ पाए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कई शिलान्यास औऱ उद्घाटन किए। इसके साथ ही ऊना जिला को अपने संबोधन में कई तोहफे बी दिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज ऊना जिले के प्रवास का कार्यक्रम था लेकिन शिमला में भारी बर्फबारी के कारण वह व्यक्तिगत तौर पर वहां नहीं जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में प्रदेश में 102 पंचायतें निर्विरोध चुनी गई हैं। प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार प्रत्येक पंचायत को 10 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। पंचायती राज संस्थाओं के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को इनके दायित्वों और भूमिका के सम्बन्ध में प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। 14वें वित्त आयोग की राशि केवल पंचायतों को ही दी जाती थी लेकिन अब 15वें वित्त आयोग की राशि पंचायती राज संस्थाओं की तीनों इकाईयों को प्रदान की जा रही है। जिला परिषद और पंचायत समिति को 15-15 प्रतिशत जबकि ग्राम पंचायतों को 70 प्रतिशत राशि प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत अब तक इस वर्ष 214.50 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जा चुकी है, जिसमें जिला परिषद को 32.17 करोड़ रुपये और इतनी ही राशि पंचायत समिति को जबकि 150.16 करोड़ रुपये ग्राम पंचायतों को जारी किए जा चुके हैं। इस धनराशि में से 50 प्रतिशत पंचायतें स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करने और शेष 50 प्रतिशत राशि स्वच्छता व पेयजल आदि पर व्यय कर सकेंगी। पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कोविड संकट के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वे बधाई के पात्र हैं।