उत्तराखंड के हादसे में अबतक 28 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा करीब 171 लोगों की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अनुसार, ISRO, DRDO की मदद से पूरी तबाही को परखा जा रहा है, ताकि जल्दी से रिकवरी शुरू की जा सके। तपोवन टनल के पास सेना, SDRF, NDRF समेत कई एजेंसियां काम में जुटी हैं और अंदर बचे लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। देर रात तक काम चलता रहा और मंगलवार सुबह होते ही रेस्क्यू का काम शुरू हो गया। ITBP के जवानों ने तपोवन की टनल को खाली करने का काम किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, अभी तक 120 मीटर टनल खाली हो पाई है। ऐसे में अब कोशिश है कि टनल के जितना अंदर हो सके, जाया जाए ताकि लोगों को बचाने का मिशन आगे बढ़े।
आईटीबीपी, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम तपोवन टनल में दाखिल हुई है। टीम सुरंग के अंदर के जल स्तर की जांच करेगी जहां से मलबा साफ किया गया है।उत्तर प्रदेश सरकार के 3 मंत्री आज उत्तराखंड जाएंगे। दो कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री उत्तराखंड में हादसे वाली जगह का दौरा करेंगे। कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी और बाढ़ राहत राज्यमंत्री विजय कश्यप उत्तराखंड जाएंगे।
कल देर रात उत्तराखंड की चमोली घटना को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक की थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। सीएम के आदेश पर 3 मंत्रियों को उत्तराखंड भेजा जा रहा है। यूपी के लोगों को लेकर ये करेंगे काम। हरिद्वार में यूपी के अधिकारी स्थिति की मॉनिटरिंग करेंगे। मॉनिटरिंग करने के लिए कमिश्नर और आईजी सहारनपुर हरिद्वार भेजे जाएंगे। राहत कार्यालय में सिंचाई विभाग और गृह विभाग के अधिकारी भी बैठेंगे। यूपी के पीड़ितों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से दो लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।