विधायक प्राथमिकता बैठक के दूसरे दिन कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला, सोलन, लाहौल स्पीति औऱ किन्नौर जिले के विधायकों के साथ बैठक हुई जिसमें विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र की प्राथमिकताओं को सरकार के समक्ष रखा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने 3 साल में सभी विधायकों की प्राथमिकताओं को पूरा करने की कोशिश की है। जंहा तक विपक्ष के डीपीआर न बनाये जाने के आरोप हैं उसमें कोई सच्चाई नहीं है क्योंकि सरकार ने पूर्व सरकार से अधिक डीपीआर बनाई और कामों को धरातल पर पूरा भी किया है।
विधायक ने अपने क्षेत्र की सड़क, पानी और पर्यटन की प्राथमिकताओ को उठाया है। ज्यादातर प्रोजेक्ट फोरेस्ट क्लीयरेंस की वजह से अटके पड़े हैं जिनका सरकार जल्द समाधान करने की कोशिश कर रही है। विपक्ष ऐसे मुद्दे बैठक में उठा रही है जिनका जवाब यहां नहीं दिया जा सकता है। उसके लिए सरकार बजट सत्र में जवाब देगी।
वहीं, बैठक में भाग लेने पहुंचे ठियोग से कॉमरेड विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि विधायक प्राथमिकताओं की बैठक केवल मात्र औपचारिकता के लिए की जा रही हैं। धरातल पर बुनियादी सेवाओं को बहाल करने वाले कर्मचारियों और संसाधनों की भारी कमी है जिन्हें दुरस्त किया जाना चाहिए। तभी विधायकों की प्राथमिकता को पूरा किया सकता है। सरकार को गंभीरता से इस पर विचार करना चाहिए।