दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में बुधवार को नगरोटा बगवां कांग्रेस कमेटी ने सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में पूर्व मंत्री जीएस बाली विशेष रूप से उपस्थित रहे। जीएस बाली ने केंद्र सरकार को चेताया कि यदि आगामी 15 दिनों के अंदर किसानों की जायज मांगों को नहीं माना गया तो हिमाचल का किसान भी इस आंदोलन में कूदने से गुरेज नहीं करेगा। सांकेतिक धरना प्रदर्शन शुरू करते हुए चक्का जाम कर संघर्ष का बिगुल बजाया जाएगा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि किसान अपने हक को मनवाने के लिए पूरी तरह से सक्षम है, बावजूद इसके कांग्रेस पार्टी द्वारा हर प्रकार का सहयोग एवं समर्थन दिया जाएगा। लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को आंदोलन करने का हक है। लेकिन किसानों के आंदोलन को केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जो कि शासकों की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में यह पहला आंदोलन है जिसके साथ आम आदमी का भी जुड़ाव है। इस आंदोलन में हर व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित किया है। लेकिन मोदी सरकार का ध्यान इस ओर केंद्रित ना होना अन्नदाता के प्रति उनकी भावनाओं को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सकारात्मक संवाद ना होना चिंता का विषय है। यह आंदोलन किसी एक विशेष प्रांत का ना होकर पूरे देश का बन गया है । जिसमें बुजुर्ग, युवा, महिलाएं और बच्चे शामिल हो रहे हैं। इस आंदोलन में कई दुख की घड़ी का भी सामना करना पड़ रहा है। जिसमें सैकड़ों किसानों ने अपने हक के लिए जान गवा दी है जिसकी जिम्मेदार केंद्र की मोदी सरकार है।
GS बाली ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर अगली कार्यवाही अंजाम में लाई जाएगी। इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मानसिंह चौधरी, अरुण कटोच प्रताप रियाड, मदन चौधरी, बलदेव चौधरी, सुमित्र मसन्द, त्रिसेन, पवन ठाकुर, अजय सपैया, रविंदर चौधरी ,अजय भनियारी, जोकी, ब्लॉक समिति चेयरमैन अंजना कुमारी, उप चेयरमैन अमित कुमार, कुलदीप धीमान तथा अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।