पूर्व मंत्री जीएस बाली ने एक बार फ़िर केंद्र की मोदी सरकार औऱ प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांगड़ा में जीएस बाली ने कहा कि केंद्र और हिमाचल सरकार असंवेदनशील होती जा रही हैं। देश और प्रदेश की जनता की भावनाओं को नहीं देखा जा रहा है। आज देश मे अगर किसी बात का विरोध हो रहा है तो सरकार उस विरोध पर चर्चा करने को तैयार नहीं है।
आज तक देश में किसी भी सामान की शोटेज होती थी तो सरकारें व्यापारियों के गोदामों में छापे मारती थी। ऐसे में व्यापारियों को डर रहता था कि अगर व्यापारी आवश्यक वस्तुओं की काला बाजारी करेगा तो सरकार उनके गोदामो में छापे मारेगी। लेकिन सरकार ने उस एक्ट को अब वापस ले लिया है। अब कालाबाजारी के खिलाफ कोई भी सरकार छापा नहीं मार पाएगी। अब व्यापारियों के हाथ में है कि वे कालाबाजारी कर सकते हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि आज आम नागरिक देश और प्रदेश का परेशान है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं जबकि कच्चे तेल की कीमतें आज बहुत कम है। लेकिन आम जनता की ओर कोई सुध नहीं ली जा रही। आज देश मे सरकार ऐसे कानून ला रही है जिससे महंगाई भी झेलना पड़ेगी , बेरोजगारी भी झेलना पड़ेगी , पेंशन नहीं मिलेगी वो भी झेलना पड़ेगा। विकास का काम नहीं होगा तब भी झेलना पड़ेगा। और यहां तक कि अब अब जनता विरोध नहीं कर पाएगी क्योंकि उन्हें आंदोलनजीवी कहकर देश के लिए ख़तरा बताया जाता है।
बाली ने कहा कि मैं बिहार सरकार का एक फरमान पढ़ रहा था। इसमें पहले भारत देश में होता था कि अगर कोई बात गलत लगे तो उसका विरोध किया जाता था लेकिन अब ऐसे कानून बनाए जा रहे है कि अगर आप विरोध करेंगे तो आपका पासपोर्ट नहीं बनाया जाएगा। ना ही इम्प्लॉइमेन्ट में नाम दर्ज होगा इस तरह के फैसले बहुत गलत हैं और ये लोगों के ऊपर जुर्म है।
किसानों पर बोले जीएस बाली
किसान 3 माह से अपनी मांगों को लेकर विरोध कर रहा है लेकिन केंद्र सरकार सुनने को तैयार नहीं है। सरकार का यह रवैया ठीक नहीं है। आंदोलन में कई किसानों की मौत हो गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। सरकार को चाहिए कि इस मामले पर चर्चा करके समाधान करके इसे जल्द खत्म करवाना चाहिए। सरकार ने जो होडिंग एक्ट खत्म किया है उससे अब देश में अंबानी और अडानी जैसे लोग ही राज करेंगे।
उन्होंने कहा कि ईस्ट इंडिया कम्पनी को निकालने में हमारे बजुर्गों को बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ा। लेकिन सरकार ऐसे कानून ला रही है जिससे देश मे ऐसी कई ईस्ट इंडिया कम्पनियां आ जाएंगी जिसे निकालना नामुमकिन होगा। लोकतंत्र में आज लोग सोच कर बोल रहे हैं क्योंकि अगर कोई आवाज उठा रहा है तो उसे देश द्रोही का तमगा लगा दिया जा रहा है।
बाली ने कहा कि जब मैं मंत्री था तब हमारी सरकार ने स्कूलों के बच्चों के लिए फी बस सेवा की सुविधा दी थी। लेकिन आज सरकार ने ये फैसला चुपके से वापस ले लिया है। सरकार ने अपने कई रुट बंद कर दिए हैं। कई जगह पर सिर्फ एचआरटीसी की ही बस सुविधा थी लेकिन अब कई रुट बंद कर दी गई है जिससे आम जनता को नुकसान हो रहा है ।
सीएम को दी नसीहत
पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार बात कर रही है कि सीएम रथ यात्रा निकालने की बात कर रहे हैं। लेकिन सीएम की रथ यात्रा का स्लोगन होना चाहिए बेरोजगारी बढ़ाओ मेरे रथ पर बैठ जाओ। सरकार पहले जनता को बताए कि सरकार ने ऐसे क्या काम किया है कि वे रथ यात्रा निकालेगी। बाली ने टांडा अस्पताल की बिगड़े हालातों पर कहा कि टांडा अस्पताल का निजी अस्पतालों के साथ तालमेल है जिससे आज टांडा में गरीब जनता का इलाज मुश्किल होता जा रहा है। कभी मशीने खराब हैं तो कभी डॉक्टर उपलब्ध नहीं होता ।