केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल तीन दिवसीय दौरे पर शिमला आए हैं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में रेलवे लाइन के विकास और अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की। पीयूष गोयल पत्रकार वार्ता कर हिमाचल में रेलवे के विकास की जानकारी दी। पीयूष गोयल ने कहा कि कोविड काल सभी के लिए मुश्किल दौर रहा बावजूद इसके देश इस महामारी से निपटने में आत्मनिर्भर बना। उन्होंने बताया कि रेलवे ने 28 फरवरी 2021 तक 110 करोड़ टन माल ढोया है।
मंत्री ने बताया कि हिमाचल में रेलवे के विस्तार के लिए मोदी सरकार ततपर है। हिमाचल में चंडीगढ़- बद्दी रेलवे लाइन के लिए 2 सौ करोड़ का प्रावधान किया गया। इसके अलावा भानुपली-बिलासुर लाइन के लिए 405 करोड का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की सरकार के समय में हिमाचल के लिए 108 करोड़ सालाना का प्रावधान था जिसमे अब सात गुणा की बढ़ोतरी की गई है। इस वर्ष के बजट में 770 करोड़ रुपये हिमाचल प्रदेश की अलग अलग योजनाओं के लिए दिया गया है।
गोयल ने कहा कि कालका हेरिटेज रेलवे लाइन की स्पीड बढ़ाने के लिए इस ऐतिहासिक ट्रेक की दौबारा एलाइनमेंट की जाएगी। जिसका बजट स्वीकृत कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ऐतिहासिक रेल डिब्बो में सुधार किया जाएगा और सारे के सारे डिब्बों को बदल दिए जाएंगे। नए डिज़ाइन बनाया जाएगा जिसमे खिड़कियों के सीसे यहाँ की पहाड़ियों की खूबसूरती को निहारा जा सके। पठानकोट जोगिन्दर नगर रेल के डिब्बे भी बदले जाएंगे।
रेल मंत्री ने बताया कि पौंटा-साहिब को जगाधरी तक जोड़ने के लिए भी रेलवे लाइन बनाने के लिए सर्वे किया जयेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल के विकास के लिए केंद्र की मोदी और प्रदेश की जयराम ठाकुर की डबल इंजन की सरकार में रेलवे भी अपना इंजन जोड़कर विकास को दोगुना करेगी। उन्होंने कहा कि यह सारे प्रोजेक्ट्स 15 अगस्त 2022 तक पूरे करने का लक्ष्य है। पीयूष गोयल ने कहा कि बद्दी में BIS की लेबोरेट्री लगाई जाएगी। जिससे यहां पर निर्मित प्रोडक्ट्स को जांच के लिए बाहर भेजने की आवश्यकता नहीं रहेगी।