हिमाचल की कुल्लू जिला की तीर्थन घाटी में पहली बार दुर्लभ वन्य जीव बर्फानी तेंदुए को देखा गया है। अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही इस प्रजाति को वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट इंडिया देहरादून के रिसर्च स्कॉलर ने अपने कैमरे में कैद किया है। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के अंडर आने वाली कुल्लू जिला की तीर्थन घाटी में पिछले एक साल से शोध कर रहे रिसर्च स्कॉलर ने बेहतर क्वालिटी के नाइट विजन कैमरे लगा रखे थे।
इस बीच कैमरे में बर्फानी तेंदुआ की हलचल कैद हो गई। यह दुर्लभ प्रजाति प्रदेश में कुल्लू जिला के बर्फीले क्षेत्रों सहित जिला किन्नौर के ऊपरी पहाड़ों, लाहुल-स्पीति की घाटियों और चंबा के ऊपरी क्षेत्रों में पाई जाती है।
बता दें इससे पहले स्पीति की किब्बर की पहाड़ियों, कामिक व डेमूल के चरागाह के निकट भी तीन बर्फानी तेंदुए पाए गए थे। वाइल्ड लाइफ के वन्य विंग की मानें तो यह दुर्लभ वन्य जीव धीरे-धीरे फलने फूलने लगा है। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में लगभग वन्य प्राणियों की 300 प्रजातियां है इसमें काला भालू, भूरा भालू, कस्तूरी मृग, बर्फानी तेंदुआ, घोरल के अतिरिक्त मुर्ग प्रजाति के अति दुर्लभ पक्षी जाजुराना व मोनाल, कोकलास सहित पशु-पक्षियों की प्रजातियां शामिल हैं।
डीएफओ पार्वती वन मंडल वाइड लाइफ,कृपा शंकर ने बताया कि कैमरे में कैद हुए तेंदुए ने बर्फानी तेंदुए पाए जाने का प्रमाण दे दिए है। अब इस दुर्लभ वन्य जीव के संरक्षण में पूरा प्रयास किया जाएगा।