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कोरोना महामारी के कठिन दौर में पीएम स्वनिधि बनी रेहड़ी-फड़ी विक्रेताओं का सहारा

पी. चंद |

जोगिन्दर नगर शहरी क्षेत्र में प्रधान मंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के तहत 41 रेहड़ी-फहड़ी विक्रेताओं को लाभान्वित किया गया है। पीएम स्वनिधि के अंतर्गत इन लाभान्वित रेहड़ी-फहड़ी विक्रेताओं को आजीविका और रोजगार को पुन: पटरी पर लाने के लिए विभिन्न बैंकों के माध्यम से सरकार ने 10 हजार रूपये का लघु ब्याज सब्सिडी आधारित ऋण आवंटित किया है।

पीएम स्वनिधि के अंतर्गत ऋण प्राप्त करने वाले जोगिन्दर नगर शहर के रेहड़ी-फहड़ी विक्रेता साधु राम का कहना है कि वे जोगिन्दर नगर शहर के पुलिस थाना चौक में पिछले लगभग 13 सालों से फल व सब्जी की दुकान लगाते हैं। इसके माध्यम से उनका और परिवार का भरण पोषण होता है। पिछले साल मार्च में कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से उनका यह रोजगार काफी प्रभावित हुआ। लेकिन इस बीच उन्हे पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि बारे स्थानीय नगर परिषद के माध्यम से पता चला और उन्होने स्वयं को पीएम स्वनिधि के तहत पंजीकृत करवा लिया। पीएम स्वनिधि के तहत उन्हे 10 हजार रूपये का ऋण सस्ती और आसान दरों में कोरोबार को पुन: स्थापित करने को प्राप्त हुआ है।

इसी तरह जोगिन्दर नगर शहर में ही बस स्टैंड के पास रेहड़ी लगाने वाले गोपाल सिंह, पुलिस थाना चौक में चाय की दुकान चलाने वाले धनी राम, रेलवे स्टेशन के पास चाट, बर्गर इत्यादि की रेहड़ी लगाने वाले राम भरोसे ने भी पीएम स्वनिधि के तहत 10 हजार रूपये का ऋण आसान दरों में उपलब्ध करवाने के लिए सरकार का आभार जताया है। इनका कहना है कि कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में पीएम स्वनिधि उनके रोजगार को पुन: पटरी पर लाने में बड़ी सहायक सिद्ध हुई है और वे इस छोटी सी लेकिन बड़ी अहम रकम से वे अपने स्वरोजगार को आगे बढ़ाने में पुन: कामयाब हुए हैं।

क्या है प्रधान मंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते लगे लॉकडाउन से शहरी क्षेत्रों में प्रभावित हुए रेहड़ी फड़ी विक्रेताओं की आजीविका को पुन: शुरू करने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) योजना की शुरूआत की है। इसके माध्यम से शहरी क्षेत्रों के प्रभावित रेहड़ी-फड़ी विक्रेताओं की आजीविका और रोजगार को पुन: पटरी पर लाने के लिए 10 हजार रूपये के एक लघु ब्याज सब्सिडी आधारित ऋण उपलब्ध करवाने का प्रावधान है। यह स्कीम 24 मार्च, 2020 को या इससे पूर्व शहरी क्षेत्रों में वेंडिग कर रहे सभी पथ विक्रेताओं के लिए उपलब्ध है, लेकिन पथ विक्रेता के पास स्थानीय शहरी निकाय द्वारा जारी पहचान पत्र होना या फिर सर्वेक्षण के दौरान उसे चिन्हित किया गया हो।

12 आसान किश्तों में मिलेगा 10 हजार का ऋण

पीएम स्वनिधि योजना के तहत पथ विक्रेताओं को 12 आसान किस्तों में 10 हजार रूपये का ऋण अपनी विभिन्न गतिविधियों को चलाने के लिए दिया जा रहा है। इसमें 7 प्रतिशत की दर से ब्याज सब्सिडी भी उपलब्ध है।  इस योजना के तहत ऋण वापसी की मासिक किश्त 746 रूपये से लेकर 927 रूपये तक रहेगी। साथ ही औसतन एक सौ रूपये प्रतिमाह कैशबैक प्रोत्साहन की सुविधा भी उपलब्ध है। इस 10 हजार रूपये के ऋण प्राप्ति के लिए कोई कोलेट्रल गारंटी नहीं रखी गई है। सबसे अहम बात यह है कि समय पर या जल्द ऋण वापसी करने वाले पथ विके्रता अगले ऋण के लिए भी पात्र होंगे।

इसके अतिरिक्त इस योजना के तहत यदि पथ विक्रेता डिजिटल के माध्यम से लेन-देन करता है तो उसे प्रतिमाह ऋण वापिसी पर 50 रूपये कैशबैक की सुविधा भी दी गई है। सरकार इस योजना के माध्यम से 10 हजार रूपये के ऋण पर लाभार्थी को 1348 रूपये की ऋण सब्सिडी भी उपलब्ध करवा रही है जो अधिकत्तम 1600 रूपये तक हो सकती है।  

क्या कहते हैं अधिकारी

नगर परिषद जोगिन्दर नगर के कार्यकारी अधिकारी एवं उपमंडलाधिकारी (नागरिक) अमित मैहरा ने योजना की पुष्टि करते हुए कहा कि जोगिन्दर नगर शहरी निकाय क्षेत्र में प्रधान मंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) के तहत कुल 41 रेहड़ी-फहड़ी विक्रेता पंजीकृत हैं। इनमें से 37 लाभार्थियों को 10-10 हजार रूपये का ऋण उपलब्ध करवाया जा चुका है, जबकि शेष बचे 4 लाभार्थियों को भी आवश्यक कागजात पूर्ण होने पर उन्हे भी जल्द लाभान्वित कर दिया जाएगा। इस तरह 37 लाभार्थियों को 3 लाख 70 हजार रूपये का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध करवाया गया है।