फतेहपुर में विधायक सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद उपचुनावों के लिए राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती दिख रही हैं। सुजान सिंह पठानिया कांग्रेस पार्टी से थे ऐसे में कांग्रेस में टिकट के चाहवानो की फेहरिस्त लम्बी है लेकिन फतेहपुर ब्लॉक कांग्रेस ने भवानी सिंह पठानिया का नाम हाई कमान को भेजा है जबकि भवानी पठानिया ने अभी तक चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
मौजूदा वक़्त में भवानी पठानिया एक निजी कम्पनी के देश से सबसे बड़े ओहदे पर हैं और उनकी मंथली तनख़्वा लाखों में है। अब ऐसे में सवाल यही है कि आखिर लाखों की तनख्वा पाने वाला व्यक्ति राजनीति में कूदेगा या नहीं। जब इस बात की पड़ताल की गई तो सामने आया कि लोगो के सेंटीमेंट्स भवानी को चुनाव लड़ने के लिए मजबूर कर सकते हैं क्योंकि सुजान सिंह पठानिया के निधन के बाद से ही विधानसभा के कौने-कौने से भवानी को चिट्टियां प्राप्त हो रही हैं।
इनमें लोगों ने सुजान सिंह पठानिया का हवाला देते हुए ओर उनके जनता से सम्बन्धों की दुहाई और जनता में उनके प्यार की बात कहते हुए चुनाव लड़ने का आग्रह किया है। इन्हीं खतों को आधार बनाके ही ब्लॉक कांग्रेस ने भवानी पठानिया का नाम आगे किया है ।