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सुक्खू का मुख्यमंत्री औऱ सरकार पर हमला, कहा- हर मोर्चे पर फेल रही सरकार

बीरबल शर्मा |

कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल है। प्रदेश की जनता इस सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी। सुक्खू मंडी जिले के बल्ह में आयोजित युवा पंचायत प्रतिनिधि सम्मान समारोह में बोल रहे थे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटने के बाद सुक्खू का सीएम के गृह जिले में यह पहला कार्यक्रम था। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ अपने विधानसभा क्षेत्र सिराज तक सीमित होकर रह गए हैं। सिराज के अलावा कहीं विकास नहीं हो रहा। ऐसा लगता है जयराम ठाकुर पूरे प्रदेश नहीं, सिर्फ सिराज के ही मुख्यमंत्री हैं। मंडी जिले में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। जिसे वह अभी तक धरातल पर नहीं ला पाए। सीएम बनने के बाद उन्होंने यह घोषणा की थी। उनके सीएम बनने के बाद पूरे प्रदेश में विकास कार्य ठप पड़े हैं।

सुक्खू ने कहा कि मंडी जिले का विकास कांग्रेस की देन है। मंडी को आईआईटी, नेरचौक मेडिकल कॉलेज कांग्रेस ने ही दिया है। केंद्र व प्रदेश सरकार ने सिर्फ महंगाई के मुंह में झोंकने का काम किया है। जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है और सरकार महंगाई को काबू करने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही। महंगाई सातवें आसमान पर पहुंच चुकी है। पेट्रो पदार्थों की कीमतें रोजाना बढ़ रही हैं। रसोई गैस की कीमतों में आए दिन इजाफा हो रहा है। सरकार का ध्यान महंगाई पर काबू पाने की तरफ बिल्कुल नहीं है। 

सुक्खू ने युवा कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया। प्रदेश की राजनीति में आने वाले समय में बड़ा बदलाव होने वाला है। युवाओं को सत्ता में बड़ी भागीदारी मिलेगी। युकां कार्यकर्ता सरकार की नाकामियों को घर-घर तक पहुंचाएं। देश का अन्नदाता किसान सड़कों पर रो रहा है। केंद्र सरकार को उस पर जरा भी तरस नहीं आ रहा। किसानों के साथ हो रही ज्यादतियों से राज्य के हर किसान को अवगत करवाया जाए। युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में पार्टी के साथ जोड़ें। 

2022 में हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। जनता भाजपा सरकार को नकार चुकी है। कांग्रेस प्रदेश भर में पंचायत सम्मेलन कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी। जयराम सरकार का सवा तीन साल का कार्यकाल नाकामियों भरा रहा है। यूटर्न सरकार कोरोना से निपटने में भी नाकाम रही। संक्रमितों को अस्पतालों में उचित उपचार नहीं मिला। अब महामारी दोबारा पांव पसार रही है।