आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने मांगों को लेकर सीटू के बैनर तले आज विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन किया। यूनियन ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी को नाकाफी बताया है और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की सरकार के समक्ष मांग उठाई है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता यूनियन की प्रदेश महासचिव वीना ने बताया कि यूनियन लंबे समय से अपनी मांगों को सरकार के सामने उठा रही है। लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 300 और 500 की बढ़ोतरी नाकाफी है। हरियाणा में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्यारह हजार न्यूनतम वेतन की तर्ज पर हिमाचल में भी न्यूनतम वेतन दिया जाना चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाना चाहिए और आंगनबाड़ी केंद्रों को ही प्री नर्सरी स्कूल बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाएं दी है ऐसे में सरकार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को सुनना चाहिए। अगर ऐसे नही होता है तो अनिश्चिकालीन हड़ताल की जाएगी।