प्रश्नकाल के बाद विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी के सांसद रामस्वरूप की आत्महत्या का मामला उठाया और कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसके लिए जांच के आदेश दें। क्योंकि सादगी भरी ज़िंदगी मे आख़िर ऐसा क्या हुआ कि उनको आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। रामस्वरूप के बेटे और उनके पड़ोसी सांसद ने भी जांच की मांग उठाई। कहीं बड़ी साज़िश का शिकार तो सांसद नहीं हो गए। इसलिए मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री को गैरमौजूदगी में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि रामस्वरूप की संदिग्ध अवस्था में सरकारी मकान में हुई है। दिल्ली पुलिस के पास मामला है जांच भी दिल्ली पुलिस कर रही है। यदि रामस्वरूप के परिवार वाले चाहेंगे तो सीबीआई जांच या अन्य एजेंसी से जांच करवाने की मांग केन्द्र से करेंगे।
इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी सदन में आ गए और कहा कि दिल्ली पुलिस का ये मामला है जांच चल रही है इसलिए अभी इंतज़ार करना चाहिए। लेकिन सोशल मीडिया में जो चल रहा है वह ठीक नहीं है। परिवार के मताबिक़ कुछ दिन से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। वे कायाकल्प पालमपुर में भी ईलाज करवाने गए थे। मामले में न तो राजनीति होनी चाहिए न ही ज़ल्दबाज़ी करनी चाहिए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।