अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का कहना है कि विश्वविद्यालय की उत्तरपुस्तिका मूल्यांकन प्रक्रिया पहले भी कई बार सवालों के घेरे में रही है और इस बार भी प्रदेश के हजारों छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पीजी कक्षाओं में अनेकों विषयों में शुन्य अंक दे दिए जाते हैं। प्रदेश के हजारों छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर पेपर चेकिंग प्रक्रिया में गडबडियां होने का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा छात्रों को संतुष्ट करने के लिए इस और कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय पिछले 11 वर्षों से विश्वविद्यालय राजनीति की भेंट चढ़ता आया है। चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की सरकार रही हो सभी राजनीतिक दलों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने का ही काम किया। आज तक केंद्रीय विश्वविद्यालय की समस्या को कोई स्थाई समाधान नहीं मिल पाया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि विद्यार्थी परिषद अनेक विषयों को लेकर आने वाले समय में सरकार और प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेगी। 24 मार्च को शिक्षा मंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा। 26 मार्च को मास ईमेल अभियान चलाया जाएगा इसके बाद हस्ताक्षर अभियान और अंत में 9 अप्रैल को जिला स्तर पर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा।