एमएससी नर्सिंग व एमए इंग्लिश हिमाचल की पहली एचआरटीसी महिला चालक सीमा ठाकुर ने आज पहली बार इंटर स्टेट बस दौड़ाकर इतिहास रच दिया है। इतना पढ़ा लिखा होने के बाबजूद सीमा ने ड्राइवर बनने की राह चुनी। सीमा ठाकुर वर्ष 2016 में एचआरटीसी ड्राइवर बनी थी। तब से हिमाचल की सर्पीली सड़कों पर बस चला रही थी। सीमा के बार-बार मांग के बाद आखिरकार आज एचआरटीसी ने उनको पहली बार चंडीगढ़ के लिए रवाना किया।
चंडीगढ़ रूट से लौटी सीमा ठाकुर ने आज खुशी ज़ाहिर की और कहा कि अब उनका सपना वॉल्वो की ट्रेनिगं लेकर दिल्ली रूट पर चलने का है। सीमा ने परिवहन निगम के रवैये के प्रति रोष भी ज़ाहिर किया और कहा कि चेहते ड्राइवर दिनभर जुआ खेलते हैं ऐसे ही हालात रहे तो घाटा ओर अधिक बढ़ जाएगा। एक महिला होने के नाते उनको बाहरी राज्यों में जाने से रोका जाता है। अपनी जान पर खेलकर ड्राइवर कंडक्टर बस चलाते हैं सरकार उनको भी कारोना वैक्सीन लगाएं।