प्रदेश के ऐतिहासिक शहर मंडी नगर के पहले नगर निगम के चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी कर दिए हैं। भाजपा का घोषणा पत्र लोक कल्याण संकल्प पत्र है जिसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से जारी किया गया। कांग्रेस ने वचनबद्धता पत्र के माध्यम से नारा दिया है कि सपने नहीं दिखाएंगे -हकीकत में बदलाव लाएंगे। वहीं भाजपा है तो भरोसा है की टैग लाइन के साथ जारी भाजपा के घोषणा पत्र में प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का गुणगान किया गया है।
दोनों ही दलों की ओर से मंडी शहर में अब तक हुए विकास कार्यों का श्रेय लेने की कोशिश की गई है। जिसमें भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान मंडी में हुए विकास कार्यों को अपने खोते में डालने की भरपूर कोशिश दोनों ही दलों द्वारा की गई है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में 82 करोड़ की लागत से बनी ऊहल नदी से मंडी शहर पेयजल संवर्धन योजना के लोकार्पण करने की बात कही है। वहीं पर कांग्रेस ने इस परियोजना की मंजूरी से लेकर इसके लिए बजट के प्रावधान का दावा करते हुए भाजपा के दावे को झूठलाया है। ऐसे ही कई और भी मुद्दे हैं जिसपर भाजपा और कांग्रेस की आपसी जंग जारी है।
भ्रष्टाचार से मुख्यमंत्री का समझौता
वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार से समझौता कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान मास्क और सेनेटाईजर की खरीद में स्वास्थ्य विभाग में घोटाला हुआ है तो जलशक्ति विभाग में पाइपों की खरीद का घोटाला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य परिवहन प्राधिकरण के तहत जीएस फोर कार की रजिस्ट्रेशन शिमला में हुई है। जबकि अदालत ने इस पर रोक लगा रखी है।
पार्किंग और टैक्स के मुद्दे एक समान
दोनों ही दलों के घोषणा पत्र में मंडी शहर की बुनियादी समस्याएं एक समान ही हैं। जिसमें पार्किंग की व्यवस्था, टैक्स माफी के अलावा पर्यटन विकास , स्वच्छता और खेलकूद जैसे मुददे समान होने के बावजूद कांग्रेस ने अपनी सीमाओं को देखते हुए अपने वचनबद्धता पत्र को छोटा और बुनियादी समस्याओं पर केंद्रित किया है। इसके विपरीत भाजपा का लोक कल्याण संकल्प पत्र विकास, आधार शिलाओं और सरकार की उपलब्धियों से भरा पड़ा है।