हिमाचल के पालमपुर में बलात्कार और ठगी मामले में आरोपी समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ के खिलाफ मुख्यमंत्री संकल्प सेवा में पंजीकृत करवाई गई शिकायत सदर पुलिस स्टेशन हमीरपुर पहुंच गई है। यह शिकायत हमीरपुर निवासी आशीष कुमार ने दर्ज करवाई है।
जानकारी के मुताबिक अभी तक पुलिस यह तय नहीं कर पा रही है कि संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ के खिलाफ मुकदमा कहां दर्ज किया जाएगा। क्योंकि संजय शर्मा का घर मूलतः कांगड़ा के लंबागांव पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है और पैसा उन्होंने हमीरपुर के आदमी से लिया है। जिसके चलते शिकायत दर्ज करने के लिए न्यायिक अधिकार क्षेत्र का तय होना बेहद जरूरी है। पुलिस ने फिलहाल शिकायतकर्ता को घर भेज दिया है और शिमला संपर्क कर रही है ताकि तय हो सके कि शिकायत कहां दर्ज किया जाए।
जानकारी के मुताबिक संजय शर्मा ने हमीरपुर के आशीष से सेंट्रल यूनिवर्सिटी में नौकरी दिलाने की एवज में पिछले साल पचास हजार रुपये लिए थे। आशीष ने बताया कि संजय शर्मा ने नौकरी दिलाने के लिए कुल दो लाख पचास हजार की मांग की थी और एक महीने में सेंट्रल यूनिवर्सिटी में क्लर्क के पद पर नौकरी दिलाने का आश्वाशन दिया था। आशीष ने जुलाई 2020 में संजय शर्मा को 50 हजार दिए थे। लेकिन पैसा देने के बावजूद आज तक संजय शर्मा ने उसकी नौकरी नहीं लगवाई। जिसके चलते आशीष ने यह शिकायत दर्ज करवाई है। आशीष के मुताबिक पैसा लेने के बाद संजय शर्मा ने धीरे धीरे बात करना बंद कर दिया। जब भी आशीष ने पैसा देने के बाद संजय शर्मा से नौकरी के बारे पूछा तो उसने लॉकडाउन का बहाना किया। आशीष ने बताया कि उसकी अंतिम बार संजय शर्मा से पिछले साल नवम्बर में बात हुई थी। उसके बाद से संजय शर्मा गायब था।
उधर अलग-अलग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक संजय शर्मा से एक दो नहीं बल्कि कई लोगों से जमीन, नौकरी या कोई काम करने की एवज में लाखों रुपये की ठगी की है। संजय शर्मा में सरकाघाट के दंपति से 4.70 लाख, एक आर्मी से सेवानिवृत्त आदमी से 9 लाख और एक लड़की से भी 40 हजार ठगे हैं। लेकिन उक्त लोगों के पास कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण वह संजय शर्मा के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाने से हिचकिचा रहे हैं। जबकि सभी के पास संजय शर्मा की कॉल रिकॉर्डिंग, पैसे देने का हिसाब किताब और कुछ गवाह हैं। जानकारी के मुताबिक संजय शर्मा सभी से कैश ही लेता था। ताकि किसी तरह का कोई रिकॉर्ड ना बनाया जा सके।