19 जनवरी 2021 को शिमला के चिडग़ांव का महेंद्र सिंह उम्र 38 साल घर से अचानक लापता हो जाता है। महेंद्र सिंह के दो छोटे छोटे बच्चे हैं। जो तब से पिता के घर आने इंतज़ार करते रहे लेकिन उनकी उम्मीद 70 दिन बाद उस वक्त टूट गई जब महेंद्र का शव घर से 5 किलोमीटर की दूरी पर जंगल में पेड़ पर लटका मिला। चिडग़ांव चौकी में महेंद्र के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज़ करवाई गई। लेकिन पुलिस महेंद्र सिंह को नही ढूंढ पाई।
70 दिन बाद जब भेड़ पालक जंगल में भेड़े चराने गया तो कुत्ते ने एक शव को पेड़ पर लड़कते देखा तो भोंकने लगा। भेड़ पालक कुत्ते के पास गया तो देखा कि पेड़ से कपड़े के सहारे एक शव लटका पड़ा है। चिडग़ांव पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि शव 70 दिन से लापता महेंद्र सिंह का है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्ट व फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
महेंद्र सिंह के पिता अमीर चंद का कहना है कि उनका बेटा इस तरह से आत्महत्या नहीं कर सकता है। किसी ने उनके बेटे की हत्या की है। इसलिए पुलिस मामले की गहनता से जांच करे और जल्द आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएं। उधर, डीसीपी रोहड़ू सुनील नेगी का कहना है कि प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का लग रहा है लेकिन पोस्टमार्टम और अन्य जांच के बाद मामले के बारे में पुष्टि की जा सकती है।