सोमवार को मंडी नगर निगम का पहला मेयर और डिप्टी मेयर तय हो जाएगा। भले ही इसकी विधिवत घोषणा मंगलवार को रखी गई है लेकिन नवनिर्वाचित पार्षदों के शपथग्रहण कार्यक्रम के बाद नियमानुसार की जाने वाली कार्रवाई के दौरान ही होगी। शपथग्रहण के बाद यदि हाउस में तीन चौथाई पार्षद मौजूद रहते हैं तो उसी दिन मंडी शहर को अपना पहले मेयर में डिप्टी मेयर मिल जाएगा जिसका कार्यकाल अढाई साल के लिए होगा।
मंगलवार को यदि तीन चौथाई हाजिरी नहीं हुई तो यह औपचारिकता चार दिन बाद निभाई जाएगी। सोमवार को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर स्वयं मंडी के एक दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। यूं तो मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कोविड-19 महामारी को लेकर समीक्षा और अन्य कार्यक्रम भी शामिल किए गए हैं। मगर माना जा रहा है कि मुख्य मुद्दा तो मेयर व डिप्टी मेयर पद के लिए सर्व सहमति बनाना है। नई बनी नगर निगम के 15 वार्डों में से 11 में भाजपा की जीत हुई है। मेयर पद रोटेशन और सरकारी अधिसूचना के अनुसार पहले अढाई साल के लिए अनुसूचित जाति के पार्षद को मिलेगा।
भाजपा के पास अनसूचित जाति के चार पार्षद हैं जिनमें सरकारी अधिकारी पद से सेवानिवृत हुए और वार्ड नंबर 6 जो पहले पंचायत हुआ करती थी और पहली बार शहरी क्षेत्र में शामिल हुए सन्यारढ़ से पहली बार चुनाव लड़े व जीते वीरेंद्र आर्य, लगातार दूसरी बार जीत हासिल करने वाली वार्ड नंबर 10 सूहड़ा से नेहा बर्धन, पहली बार जीती वार्ड नंबर 13 थनेहड़ा से एडवोकेट दीपाली जसवाल और नए शामिल बैहना क्षेत्र वार्ड नंबर 14 से जीते कृष्ण भानु हैं। इनमें से ही कोई एक मेयर बनेगा।
वीरेंद्र आर्य को पहली सूचि में भाजपा टिकट नहीं मिला था मगर संशोधित सूची में उन्हें टिकट दिया गया जिस बड़ा कारण यही माना गया कि वह भाजपा के मेयर पद के चेहरे हो सकते हैं। चूंकि वह बाल विकास विभाग में जिला कार्यक्रम अधिकारी रह चुके हैं ऐसे में भाजपा उनके अनुभव का लाभ लेना चाहती है। इसी तरह से नेहा बर्धन भी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं और दूसरी बार जीती हैं जबकि दीपाली भी एडवोकेट हैं, ऐसे में उनका भी दावा बताया जा रहा है।
दूसरी ओर अढाई साल बाद मेयर पद पर आने की प्रबल संभावना रखने वाली मंडी नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष सुमन ठाकुर डिप्टी मेयर पद पर आना चाहती है ताकि वह मुख्यमंत्री से नजदीकियां होने के चलते अपना पूरा सिक्का नगर निगम में जमाए रख सके। सुमन ठाकुर की राह में अपने ही पार्षद डिप्टी मेयर को लेकर रोड़ा बन सकते हैं। पुरानी मंडी के पार्षद वीरेंद्र भट्ट जो नगर परिषद के उपाध्यक्ष थे के साथ साथ युवा चेहरे सोमेश उपाध्याय ने भी डिप्टी मेयर के लिए अपना दावा बना रखा है।
सोमेश उपाध्याय ने 35 साल से राजनीति में जमे कांग्रेस के पुष्प राज शर्मा को बड़े अंतर से हराकर सबको चौंकाया है। दूसरी बार जीती माधुरी कपूर, 11 से जीती निर्मल वर्मा घप्पी , वार्ड नंबर सात से पहली बार जीत हासिल करने वाली सुदेश और सिख समुदाय से जीत हरदीप सिंह राजा को भी डिप्टी मेयर के लिए लाटरी लग जाने की अभिलाषा है। अब मेयर व डिप्टी मेयर के लिए ज्यादा दावेदार हो जाने के चलते ही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं और जिला परिषद की तर्ज पर नगर निगम में भी अपनी पसंद के नाम तय करके चयन की महज औपचारिकता ही बचाए रखना चाहते हैं।