हिमाचल प्रदेश में 73वें हिमाचल दिवस को बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। मंडी में मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत की जबकि शिमला में 73वें हिमाचल दिवस के अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया। कोरोना वायरस महामारी के कारण हिमाचल दिवस सादगी से मनाया गया। शहरी विकास मंत्री ने जिला स्तरीय हिमाचल दिवस की अध्यक्षता की और पुलिस की टुकड़ियों की परेड़ से सलामी ली। रिज मैदान पर विभिन्न रंगारग कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
शहरी विकास मंत्री ने कहा कि हिमाचल के 73 वर्षों का सफ़र काफ़ी चुनौतीयों भरा रहा है। 25 जनवरी 1971 में इसी रिज मैदान से तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया था। साल 1947 में आजादी मिलने के बाद, 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश अस्तित्व में आया। तब से हर साल 15 अप्रैल को हिमाचल दिवस मनाया जाता है। हिमाचल प्रदेश ने इन वर्षों में विकास की कई ऊंचाईयों को छुआ है। स्मार्ट सिटी के तहत शिमला में विकास की गति तेज हुई है। शिक्षा स्वास्थ्य, सड़क, सफाई, पानी और बिजली की बेहतर सुविधाएं जनता को दिन जा रही है। इस मौके पर सभी प्रदेशवासियों को वैक्सीन लगाने की भी अपील की।
15 अप्रैल 1948 ई. को हिमाचल प्रदेश अस्तित्व में आया था। उस समय प्रदेश भर को चार जिलों में बांटा गया और पंजाब हिल स्टेट्स को पटियाला और पूर्व पंजाब राज्य का नाम दिया गया। अप्रैल 1948 में इस क्षेत्र की 27,018 वर्ग कि॰मी॰ में फैली लगभग 30 रियासतों को मिलाकर इस राज्य को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बनाया गया।