पूर्व मंत्री जीएस बाली ने मुख्यमंत्री के बयानों का पलटवार किया है। जीएस बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार जनता को गुमराह करने और विपक्ष पर कीचड़ उछालने से बाहर आ जाएं। अगर वो कहते हैं कि सबूत जेब में डाले हैं तो उन्हें जेब में डालकर घूमने की जरूरत नहीं है। अग़र कुछ ग़लत हुआ है तो जांच करवाएं और कार्रवाई करें… जनता को गुमराह न करें।
पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता के बीच ऐसी ओच्छी टिप्पणियों से मुख्यमंत्री हंसी के पात्र बनकर रह गए हैं। उनके सक्षम न होने का सवाल जो जनता के मन में है उसकी वजह यही है कि वे कुछ भी सोचे समझे फैसले लेते हैं और कुछ भी कहते हैं।
याद रहे कि कोरोना को स्थिति को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री और सरकार पर कई सवाल उठाए गए। ऐसे में मुख्यमंत्री ने भी मंडी के द्रंग विधानसभा क्षेत्र में जमकर हल्ला बोला और कहा कि हिमाचल की पिछली कांग्रेस सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ। कांग्रेस के नेता इसमें सम्मिलित थे और उनके पास इसका सबूत भी है। उन्हें गुस्सा न दिलाएं नहीं तो कार्रवाई के लिए विवश होना पड़ेगा।