अप्रैल माह में हुई बर्फबारी और भारी बारिश होने के कारण जहां सेब की फसल को नुक्सान हुआ है तो वहीं प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में खेतों में तैयार फसल भी बर्बाद हुई है। लौहल स्पीति में अप्रैल माह में हुई बर्फबारी के कारण सड़के बंद हैं और जिला का सम्पर्क बाकी जगहों से कट गया है। कृषि मंत्री रामलाल मार्कण्डेय का कहना है कि इस बेमौसमी बारिश और बर्फबारी के कारण प्रदेश के लोगों की फसल और सेब के बगीचों को हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किये गए हैं।
कृषि मंत्री रामलाल मार्कण्डेय ने कहा कि हाल ही में हुई बारिश और बर्फबारी से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह में किन्नौर और लाहौल स्पीति में 3 से 4 फुट बर्फबारी दर्ज की गई जिसके कारण जंहा सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए तो वहीं विद्युत आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई। इन दोनों जिलों के अधिकतर सड़क मार्ग दुरुस्त करने में चार पांच दिन और लग जायेंगे।
उन्होंने बताया कि बर्फ में फंसे लोगों को निकाल दिया गया है। मार्कंडेय ने कहा कि कोविड-19 बाद मौसम की मार भी लोगों पर पड़ी है कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए बाहरी राज्यों से प्रदेश में प्रवेश करने वालों के लिए कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। प्रदेश के 4 जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाने का भी निर्णय किया गया है ताकि कोविड को नियंत्रण किया जा सके।