बुधवार को बचत भवन शिमला में जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी की अध्यक्षता में जिला परिषद की विषेश बैठक आयोजित की गई। जिला परिषद अध्यक्ष ने बताया कि जिला स्तर पर अनुसूचित जाति, जनजाति तथा परंपरागत वन समिति का गठन किया गया है जिसमें जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रप्रभा नेगी, विशाल शांकटा तथा उज्जवल सेन मेहता को सदस्य चयनित किया गया है। वहीं, जिला के प्रत्येक उपमंडल स्तर पर भी तीन सदस्य वन समितियों का गठन किया गया है। बैठक में 15वें वित्त आयोग से संबंधित धनराशि की संस्कृति तथा विभिन्न विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई।
चंद्रप्रभा ने बताया कि जिला में किए जाने वाले विभिन्न विकास कार्यों से संबंधित एक समिति का गठन किया गया है। समिति सभी सदस्यों से सुझाव एकत्रित करके उन्हें सदन में पारित करने हेतु प्रेषित करेंगी। उन्होंने बताया कि जिला शिमला में बेमौसमी बर्फबारी, ओलावृष्टि और भारी बारिश से बगीचों व फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों व बागवानों को राहत प्रदान करवाने के उद्देश्य से आज सदन में प्रस्ताव पारित किया गया, जिसे प्रभावित बागवानों एवं किसानों को तुरंत राहत प्रदान करने हेतु मामला सरकार को भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि बागवानी एवं कृषि से संबंधित बनी समिति की बैठक विभागीय अधिकारियों के साथ जल्द आयोजित की जाएंगी। जिला में तकनीकी कर्मचारियों की कमी को पूरा करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा ताकि पदों के सृजन होने से विकास कार्य में तेजी लाई जा सके।