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मंडी: निजी बसों, टैक्सियों और ऑटो की हड़ताल से लोग परेशान, HRTC की बसों में सीट पाने की रही जदोजहद

बीरबल शर्मा |

टैक्स में राहत और अन्य मांगों को लेकर निजी बस आपरेटर, टैक्सी मैक्सी व ऑटो चालकों ने सोमवार को पूरी तरह से अपनी हड़ताल रखी। इस कारण से सोमवार को सड़कों पर वाहन बेहद कम चले। केवल एचआरटीसी की बसें ही दिखाई दी। हड़ताल की सूचना के चलते लोगों ने भी सफर से परहेज किया मगर जिन्हें अपने कामों पर जरूरी जाना था वह एचआरटीसी की बसों पर ही निर्भर रहे व सीट हासिल करने के लिए जदोजहद करते देखे गए। 

भले ही कोविड नियमों के चलते बसों में 50 फीसदी सवारियां बिठाने का ही प्रावधान है मगर हड़ताल के चलते एचआरटीसी की बसों में सवारियां 50 प्रतिशत से अधिक ही रही। एचआरटीसी मंडी के क्षेत्रीय प्रबंधक गोपाल शर्मा के अनुसार सोमवार को सवारियों की मांग पर केवल 10 फेरे ही अतिरिक्त लगाए गए जबकि इतने ज्यादा लोग सफर के लिए नहीं निकले कि किसी तरह की अफरातफरी या परेशानी हो। इधर, कोई भी निजी बस सड़क पर नहीं देखी गई। इस कारण जहां पर केवल निजी बसों के ही रूट चलते हैं वहां पर लोगों को अपने अपने गंतव्य स्थानों तक जाने में परेशानी आई। मंडी में तो टैक्सियां व ऑटो भी नहीं चले। शहर में चार सौ ऑटो एक दिन में हजारों लोगों को आवागमन की सुविधा मुहैया करवाते हैं जिनके बंद रहने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।

जिला मंडी टैक्सी एकता संगठन का कहना है कि हड़ताल का पहला दिन शांतिपूर्ण रहा। जिला प्रधान महेंद्र गुलेरिया, सचिव जीत सिंह,उपाध्यक्ष पवन कुमार, देव भूमि टैक्सी यूनियन मंडी के उपप्रधान मनोज शर्मा, सहसचिव इंद्र पाल, सलाहकार निशांत गुलेरिया व मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पूरा पालन किया गया। कोई आपात वाहन नहीं रोका गया। यूनियन ने सपष्ट किया हड़ताल जारी रहेगा भले ही इसकी रणनीति में कुछ बदलाव किया जाए। यह भी कहा जब तक सरकार उनके साथ बात नहीं करती तब तक कोई भी टैक्सी मैक्सी चालक दस्तावेजों का नवीनीकरण नहीं करवाएगा। सरकार उनकी मांगों को मानती है तो हम सरकार का पूर्ण समर्थन करेंगे।