कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल ने केंद्र सरकार को कोरोना महामारी के दौरान असंवेदनशील सरकार दिया है। उन्होंने कहा कि अदालतों की टिप्पणियों और निर्देशों के चलते सरकार की विफलता और कुप्रबन्धन की भी पोल खुल रही है। प्रेम कौशल ने कहा कि प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता विपक्ष के ऊपर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि सरकार की प्राथमिकताओं में जनता को आपदा से बचाना था ही नहीं ।
सरकार और प्रधानमंत्री की प्राथमिकता तो खुद के लिए 16000 करोड़ की कीमत वाले हवाई जहाज खरीदना, 22000 करोड़ की लागत से नए संसद भवन के साथ आलीशान प्रधानमंत्री निवास बनाने की थी और कोविड वायरस से जनता को बचाने की तैयारी करने की बजाए सरकार का फोकस करने की बजाय ऐसे ही विलासितापूर्ण प्रोजेक्ट्स के ऊपर रहा। यदि सरकार ने समय रहते ध्यान देते हुए तैयारी की होती तो हजारों जिंदगियों को बचाया जा सकता था।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि ऑक्सीजन की कमी और सवस्थ विभाग में व्यवस्थाओं की कमजोरी की बजह से हजारों लोग जान गवां चुके हैं। महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है सरकार ने लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी से दम तोड़ती जिंदगियों के लिए जिमेदारी निश्चित की जानी चाहिए और मांग की है कि महामारी में जान गंवा चुके लोगों के आश्रितों को उचित मुआबजा दिया जाना चाहिए।