कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने विपक्ष के साथ बैठक आयोजत की है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, आशा कुमारी , धनीराम शांडिल व माकपा विधायक राकेश सिंघा के साथ बैठक में कोविड हालतों पर चिंतन किया गया। बैठक में विपक्ष ने सरकार को अपनी राय दे दी है। विपक्ष से सुझाव लेने के बाद मंत्रीमंडल की बैठक शुरू हो गई है जिसमें कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन या दूसरी पाबन्दियां लग सकती हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है। स्थिति गंभीर होती जा रही है। मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उसी तेजी के मौतों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। जिसको लेकर विपक्ष के नेताओं के सकारात्मक सुझाव आए हैं। विपक्ष के साथ सार्थक चर्चा हुई है। विपक्ष ने कहा है कि वह सरकार के हर फैसले के साथ है। मामले लगातार बढ़ रहे हैं इसलिए शख्ती करने की ज़रूरत है।
विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि कोरोना के दौर में विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है। प्रदेश में एक्टिव मामले 25 हज़ार पहुंच गए हैं। बीते कल रिकॉर्ड 48 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। हालात बेकाबू हैं। इस मुश्किल वक़्त में प्रदेश की जनता के हित में जो फ़ैसला सरकार लेगी वह उनको मान्य होगा। जो भी विकल्प है सरकार उनका इस्तेमाल करे लेकिन सरकार यदि लॉक डाउन लगाती है तो कमज़ोर वर्गों को आर्थिक सहायता प्रदान करे। वैक्सीनशन कि तरफ़ सरकार को ज़्यादा ध्यान देने को जरुरत है। हिमाचल के युवा को बचाना जरूरी है।सरकार अस्पतालों की स्थिति सुधारे, मरीजों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करें।
उधर, माकपा विधायक राकेश सिंघा हालांकि लॉकडाउन के पक्ष में नहीं रहे। लेकिन आज उनके सुर भी बदले बदले नज़र आए। सिंघा ने बताया कि इस वक़्त वह सरकार के साथ हैं। लेकिन इस मुश्किल की घड़ी में सरकार मज़दूरों गरीबों की सहायता करे। सरकार डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइंस के हिसाब से आगे बढ़ना चाहिए। हर क्षेत्र में कंटेन्मेंट ज़ोन खड़ा करने की ज़रूरत है लेकिन सरकार इसमें अभी सफल नहीं हो पाई है।