जिला मंडी के जोगिंदरनगर में विकास खंड चौंतड़ा के अंतर्गत आने वाली पंचायतों के प्रतिनिधियों ने पंचायतों के विकास कार्यों में लागू की जाने वाली ई-टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू करने के विरोध में बीडीओ चौंतड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा। पसल पंचायत प्रधान विशाल राठौर और मैन भरोला पंचायत के उप प्रधान संजय जम्वाल ने कहा कि ई-टेंडरिंग की व्यवस्था को पूरी तरह से निरस्त किया जाये।
यह पंचायत के कार्यों में सीधे-सीधे ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा देना है और इससे पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का भी विकास कार्यों को संचालित करने से मोह भंग होगा। ई- टेंडरिंग प्रणाली निर्वाचित संस्थाओं को पंगू बना देगी। ई- टेंडरिंग के चलते बहुत से कार्यों को समय पर शुरू नहीं करवाया जा सकेगा और यह ई- टेंडरिंग पंचायती राज प्रणाली को भी ध्वस्त कर देगी।
उन्होंने कहा कि जिला परिषद द्वारा उपलब्ध करवाए गए बजट से यदि पंचायत में सारे काम ठेकेदारी से होंगे तो स्थानीय लोगों को भी रोजगार नहीं मिलेगा, क्योंकि अधिकांश ठेकेदार बाहर की ही लेबर रखते हैं। जिससे विकास कार्यों में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिलेगा। ठेकेदारी प्रथा से भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा और छोटे-छोटे कार्यों और कम बजट के कार्यों में भी भ्रष्टाचार होगा। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति और जिला परिषद के हैड से आबंटित धन राशि से होने वाले विकास कार्यों में ठेकेदारी प्रथा बिलकुल बंद होनी चाहिए और सारे काम ग्राम पंचायतें ही संचालित करें ताकि स्थानीय लोगों को ही इन विकास कार्यों के दौरान रोजगार दिया जाए।