मंडी जिला में कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। पहले जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखराम सहित उनके परिवार ने बीजेपी का दामन थाम लिया था, वहीं अब भीतरघातियों ने कांग्रेस प्रत्याशियों की चिंता बढ़ा दी है। मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को सबसे ज्यादा भीतरघात का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, शनिवार को मंडी जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक हुई जिसमें सामने आया कि मंडी जिला में भीतरघातियों की संख्या अनुमानत 4 से 5 रहा है। इसके अलावा मंडी सदर में भीतरघातियों की संख्या सबसे अधिक है जिसमें भीतरघातियों की संख्या 8 से 10 बताई गई है। बैठक में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी तमाम पार्टी प्रत्याशी मौजूद रहे। लिहाजा, भीतरघातियों पर जिला कांग्रेस कमेटी कोई सख्त कार्रवाई कर सकती है।
गौरतलब है कि अनिल शर्मा के बीजेपी में जाने के बाद कांग्रेस की स्थिति मंडी में दयनीय होती जा रही है। पहले जहां कांग्रेस को अपने प्रत्याशी की जंग लड़ने पड़ी तो अब भीतरघाती कांग्रेस को महंगे पड़ सकते हैं। यही नहीं इसका असर जिला की बाकी सीटों पर हो सकता है। याद रहे कि मंडी जिला में कुल 10 विधानसभा सीटे हैं।