प्रदेश में कोरोना की कहर की चलते 16 मई तक कर्फ्यू लगाया गया है। जिला शिमला प्रशासन ने आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने का समय शाम 6 बजे तक रखा है जिसका शिमला व्यापार मंडल ने विरोध किया है। व्यापारियों ने इतना ज्यादा समय दुकानें खुले रखना कोरोना को बढ़ावा देना बताया है। आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने का समय 10 से 1 बजे तक निश्चित किया जाना चाहिए, ताकि लोग पूरा दिन बाजार में न घूम सके।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने बताया कि व्यापारियों में दुकानों को खोलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी जिसको लेकर वहां उपायुक्त से भी मिले हैं। शिमला में दुकानों को अधिक समय के लिए नहीं खोलना चाहिए। दुकानों को 10 से एक बजे तक खोला जाना चाहिए। जिन व्यापारियों की दुकानें बंद है उन्हें राहत दी जानी चाहिए। दुकानदारों के कूड़े बिजली के बिल माफ किए जाने चाहिए। पिछले लॉकडाउन में भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली थी। दुकानों पर काम करने वाले स्टाफ की 50 प्रतिशत सैलरी सरकार को वहन करनी चाहिये ताकि उन्हें किसी प्रकार की मुश्किलों का सामना न करना पड़े।
वहीं, शिमला के कपड़ा व्यापारी सतीश का कहना है कि बीड़ी, सिगरेट, पान आवश्यक वस्तुओं में नहीं आता है। शिमला के आसपास कई अन्य दुकाने भी खुली है जिन्हें प्रशासन को बंद करना चाहिए।जो समय अभी दुकानों को खोलने का है यह अधिक है। इससे कर्फ्यू का औचित्य खत्म हो जाता है। वहीं अन्य व्यापारियों ने भी समय को कम करने की मांग की है।