कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने बिलासपुर में बने नव निर्मित एम्स को कोविड केंद्र के तौर पर उपयोग करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि इस अस्पताल में ओपीडी भवन और 76 डॉक्टरों की सेवाओं का सदुपयोग किया जा सकता है। उन्होंने बिलासपुर जिला अस्पताल और घुमारवीं अस्पताल को कोविड केंद्र बनाए जाने से आम रोगियों को आ रही मुश्किलों पर भी अपनी चिंता जताते हुए कहा कि सभी लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
जिला बिलासपुर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों से वर्चुअल बैठक में जिले की कोविड स्थिति की जानकारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी द्वारा शुरू की गई गांधी हेल्पलाइन से दिए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा बैठक की। कोरोना से प्रभावित किसी भी व्यक्ति या परिवार को जो किसी मदद की गुहार उनसे करता है, उसकी पूरी मदद की जाए।उन्होंने कहा कि शहरों के साथ साथ अब इसका संक्रमण गांव में फैल रहा है,इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर लोगों को चिंता में डाल दिया है। कोविड नियमों को लेकर सरकार की ढुलमुल नीति से आज प्रदेश बहुत ही विकट स्थिति से गुजर रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, वेंटिलेटर औऱ बेड की कमी, वैक्सिन की कमी ने सरकार की ढुलमुल व्यवस्था की पूरी पोल खोल दी है। सरकार इस महामारी से निपटने में पूरी तरह असफल रही है।
राठौर ने पार्टी पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वह अपने स्तर पर इस महामारी से प्रभावित लोगों का ध्यान रखते हुए उन्हें चिकित्सा व्यवस्था से लेकर उनके खाने पीने की सुविधा के प्रति गांधी हेल्पलाइन के तहत पार्टी के दिशानिर्देशों के अनुसार अपने दायित्व को पूरा करें और इस बारे दैनिक रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सूचना केंद्र को दे।