भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सी.सी.आर.ए.एस.) द्वारा विकसित दवा आयुष -64 मंडी पहुंच गई है। अब इसे यहां पर करोनो पीड़ितों को उनकी टैस्ट रिपोर्ट व आधार कार्ड के आधार पर निशुल्क वितरित किया जाएगा।
क्षेत्रीय आयुर्वेदिक अनुसंधान संस्थान के प्रभारी ने बताया कि आयुष मंत्रालय के अधीनस्थ केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद,(सी.सी.आर.ए.एस.) नई दिल्ली द्वारा विकसित दवा आयुष-64 को विभिन्नी वैज्ञानिक परीक्षणों द्वारा लक्षण रहित, कोरोना मरीजों में एकल औषध के स्वरूप उपयोगी पाया गया है। इसी क्रम में अल्पी एवं मध्यकम लक्षणों बाले मरीजों में दवा आयुष-64 को मानक देखभाल के साथ उपयोग करने पर कोरोना महामारी में प्रभावी पाया गया है। आयुष मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा जारी कोविड महामारी की चिकित्सीय व्यवस्थाओं निर्देशों में भी दवा आयुष-64 को कोरोना मरीजों में दिए जाने का निर्देश है।
उन्होंने बताया कि सात मई से आयुष मंत्रालय द्वारा घर पर आइसोलेटिड लक्षण रहित, अल्प और मध्यम लक्षण वाले कोरोना पॉजीटिव मरीजों में मानक देखभाल के साथ आयुष-64 दवा के उपयोग के लिए राष्ट्रीय स्तर पर इस दवा के वितरण के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरूआत की गई है। इस अभियान की शुरूआत माननीय आयुष मंत्री किरेन रिजेजु द्वारा की गई है। इस दवा का मुफ्त वितरण आयुष मंत्रालय के जरल, पण्डोह स्थित क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थातन द्वारा प्रत्ये क कार्य दिवस को प्रातः 10 बजे से सांय 04 बजे तक किया जा रहा है। कोरोना मरीजों के परिजन मरीज का आधार कार्ड और कोरोना टेस्ट् रिपोर्ट की जानकारी के साथ संस्थाान में आकर इस दवा को ले सकेंगे। इस संदर्भ में अधिक जानकारी हेतु 01905 282736 पर संपर्क किया जा सकता है।