हिमाचल के चुनाव नतीजे बीजेपी के पक्ष में आने के बाद वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वीरभद्र सिंह ने राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा, लेकिन राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने वीरभद्र सिंह को नई सरकार के गठन होने तक पद पर बने रहने को कहा।
याद रहे कि कायदे से विपक्ष की सरकार के बनने पर पक्ष के पद मंत्रियों-नेताओं को इस्तीफा देना होता है, जो कि वीरभद्र सिंह ने निभाया। लेकिन, बीजेपी में मुख्यमंत्री कैंडिडेट को लेकर मचे घमासान से राज्यपाल ने वीरभद्र सिंह को ही पद पर बने रहने को कहा है।
वीरभद्र सिंह ने इस बार अपना चुनाव क्षेत्र छोड़ अर्की से चुनाव लड़ा जहां उनकी जीत हुई, लेकिन पूरे प्रदेश में कांग्रेस की हालत खस्ता रही और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। लिहाजा, नतीजे आने के तुरंत बाद पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए वीरभद्र ने हार को स्वीकार किया था। बता दें 18 दिसंबर को हिमाचल विधानसभा नतीजों में कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली, वहीं बीजेपी ने 44 सीटें हासिल की है।