कोटखाई गुड़िया रेप मर्डर मामले की सुनवाई मुख्य कार्यकारी जस्टिस संजय करोल और जस्टिस संदीप शर्मा की डबल बेंच में हुई। हाइकोर्ट ने सीबीआई को गुड़िया मामले में स्टेटस रिपोर्ट सौंपने के लिए आज तक का समय दिया गया था। लेकिन आज भी CBI गुड़िया मामले में पूरी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल नहीं कर पाई। गुड़िया मामले में सीबीआई के हाथ अभी भी खाली है।
CBI ने मांगा फिर से एक्स्ट्रा टाइम
सीबीआई ने हाइकोर्ट में गुड़िया मामले को सुलझाने के लिए अतिरिक्त समय मांगा है। हाइकोर्ट ने कहा कि इतना समय मामले की सुलझाने के लिए क्यों लग रहा है। सीबीआई का कहना था कि ये ब्लाइंड रेप मर्डर का मामला है इसलिए समय लग रहा है। मामले मे कई नए साक्ष्य सामने आए है। लैब से भी जाँच के सैंपल रिपोर्ट में देरी से आने में समय लग रहा है। जिसकी वजह से भी जाँच जल्द पूरी नही हो पा रही है।
CBI जल्द सुलझाएं मामला: कोर्ट
हाइकोर्ट ने कहा कि यदि सीबीआई से मामला सुलझ नहीं पा रहा तो क्या इस मामले को किसी अन्य जाँच एंजेंसी को सौंपा जाए? सौ से ज्यादा सैंपल लिए गए उसमें क्या सामने आया। कोर्ट ने तो यहाँ तक कहा कि क्या सीबीआई डायरेक्टर को जबाब के लिए तलब किया जाए या फिर सीबीआई की मदद के लिए अतिरिक्त टीम दी जाए ताकि मामला जल्द सुलझ सके। क्योंकि ये मामला जन भावनाओं से जुड़ा हुआ है।
10 जनवरी को होगी अगली सुनवाई
हाइकोर्ट ने मातृ सेवा ट्रस्ट की मांग पर तो सुझाव दिया कि यदि किसी के पास कोई सुराग या सुझाव हो तो वह सीबीआई को दें। अब मामले की अगली सुनवाई 10 जनवरी को होगी। उसके बाद कोर्ट में छुट्टियां हो जाएगी। हाइकोर्ट ने कहा कि वह आज सीबीआई डायरेक्टर को तलब नही कर रहे है लेकिन सीबीआई वकील को निर्देश भी दिए कि वह मामले की गंभीरता से सीबीआई डायरेक्टर को भी अवगत करवाए।