कोरोना समय-समय पर अपना रूप बदल रहा है। इसके कई वैरिएंट सामने आ रहे है जो पहले से ज़्यादा घातक साबित हो रहे हैं। पहाड़ी प्रदेश हिमाचल में हालांकि अभी तक डेल्टा प्लस स्ट्रेन का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन डेल्टा स्ट्रेन के 79 मामले सामने आ चुके हैं। अब तीसरी लहर की चिंता भी सताने लगी है। कोविड महामारी की दूसरी लहर में पहली लहर की तुलना में 1493 अधिक लोगों की मृत्यु हुई है।
पहली लहर में मामलों की संख्या 58403 थी जो दूसरी लहर में 27 जून, 2021 तक 143262 हो गए। दूसरी लहर में पॉजिटिविटी दर भी दोगुनी से अधिक हो गई। दूसरी लहर में 2475 मौतें हुई हैं, जबकि पहली लहर के दौरान केवल 982 मौतें हुई थीं।
इस बारे में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि की हिमाचल प्रदेश से कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों के परीक्षण के लिए 1113 सैंपल राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), दिल्ली को भेजे गए थे। प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, 109 नमूनों में यूके स्ट्रेन की उपस्थिति देखी गई है जबकि आठ सैंपल ने कापा स्ट्रेन के लिए पॉजिटिव और 79 सैंपल डेल्टा स्ट्रेन के लिए पॉजिटिव पाए गए हैं।
दूसरी लहर में मृत्यु दर 1.68 से बढ़कर 1.72 हो गई जबकि पॉजिटिविटी दर भी पहली लहर की तुलना में दोगुनी हुई। पहली लहर में 5.48 की पॉजिटिविटी दर देखी गई जो दूसरी लहर में बढ़कर 10.73 हो गई। इस सबके बावजूद हिमाचल प्रदेश वैक्सीन की 35 लाख डोज़ लगाने के साथ पहले नंबर पर है।