हिमाचल प्रदेश के पांच दिवसीय प्रवास पर आए कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव और हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी संजय दत्त ने जहां एक ओर प्रदेश के जिलों का दौरा कर कांग्रेसी नेताओं के साथ चर्चा की वहीं हिमाचल प्रदेश में होने वाले 3 उप चुनावों को लेकर समीक्षा भी की गई। क्षेत्रीय दलों के बाद उन्होंने मंडलों , प्रकोष्ठों और ललाट संगठनों के अलावा एक दिन कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की हैं ।
शेष बचे नेताओं के साथ आने वाले दिनों में बैठकें की जाएंगी और रणनीति बनाई जाएगी कि कैसे संगठन को व मजबूत किया जा सके। आम कार्यकर्ता तक कांग्रेस की विचारधारा पहुंचाई जा सके और हमारा बूथ सबसे मजबूत के तहत अब कांग्रेस आने वाले दिनों में और मजबूती के साथ काम करेगी । संगठन को मजबूत करने और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं की नब्ज़ टटोलने आए हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी संजय दत्त ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि विपक्ष न केवल उपचुनावों को जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार है, बल्कि 2022 में भी भाजपा से हताश हुई जनता कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिला कर सरकार बनाएगी ।
उन्होंने कहा कि जब से उन्हें हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी की कमान मिली है तब से ही वह तत्परता से संगठन को प्रदेश में मजबूत करने के लिए हर व कदम उठा रहे हैं जिससे जहां एक और संगठन मजबूत हो। दूसरी ओर 2022 में कांग्रेस का परिचय हिमाचल प्रदेश में फिर एक बार लहरा सके, इसके लिए उन्होंने अपने पिछले दौरे के दौरान भी विभिन्न संगठनों प्रकोष्ठ दो एवं कांग्रेसी नेताओं के साथ मुलाकात कर सबकी नब्ज़ टटोलने का काम किया था।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी के प्रश्न पर कहां की कांग्रेस के बजाय भाजपा में गुटबाजी निश्चित तौर पर नजर आती है, क्योंकि जब मुख्यमंत्री अपने विधायकों से नजर चुराते हैं और हाथ तक में लाने में गुरेज करते हैं तो कहीं ना कहीं कांग्रेस के बजाय भाजपा में गुटबाजी चरम सीमा पर नजर आती है । सोनिया जी और राहुल गांधी के संयुक्त परिवार के सदस्य के नाते में हिमाचल प्रदेश के हर दुर्गम क्षेत्र में द्वारा करने के लिए गया तो लाहौल स्पीति में विचित्र बात सामने आई कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने 4 साल के कार्यकाल के दौरान एक बार भी लाहौल घाटी कव्वाली क्षेत्र के लोगों की दुख तकलीफ जानने के लिए नहीं गए। हालांकि अब तो रोहतांग सुरंग का निर्माण भी हो चुका है ।
वहीं, उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश सरकार की जयराम ठाकुर की तीन चीजों की देन है एक कोरोना महामारी , बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी । जब देश और प्रदेश में कोरोना वैश्विक महामारी पनप रही थी तब मोदी सरकार अपने देश के बजाय विदेशों को दवाइयां भेजने का काम कर रही थी। दूसरा लंबे समय से भारत देश के अन्नदाता अपने स्वाभिमान की लड़ाई निरंतर दिल्ली सीमा पर लड़ रहे हैं और मोदी सरकार अहंकार में डूबी है । भाजपा ने राममंदिर के नाम पर वोट बैंक की राजनीति की है ।