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धूमल के लिए एक और नेता ने बलिदान का किया ऐलान

समाचार फर्स्ट डेस्क |

हिमाचल में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत से जहां पूरी पार्टी गद-गद है, वहीं बीजेपी के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल की हार से पार्टी का एक धड़ा मायूस भी है। हिमाचल का चुनाव प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में लड़ा गया था। कप्तान के तौर पर प्रेम कुमार धूमल की टीम ने जीत तो हासिल की, लेकिन वो खुद इस मैच में अपने शिष्य की सियासी गेंदबाजी से क्लीन बोल्ड हो गए। जिस कारण वो मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल नहीं कर पाए।

पार्टी के कुछ नेताओं ने उनके नेतृ्त्व में मिली जीत के लिए उन्हें तोहफा देने का मन बनाया है। पांवटा साहिब से नवनिर्वाचित विधायक सुखराम चौधरी ने प्रेम कुमार धूमल को पांवटा साहिब से चुनाव लड़ने के लिए आमंत्रित किया है। सुखराम पूर्व मुख्यमंत्री धूमल के लिए अपनी सीट छोड़ने को तैयार है। धूमल के लिए सुखराम त्यागपत्र देकर दोबारा चुनाव करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आपको को बता दें कि प्रेम कुमार धूमल और सुखराम के बीच बहुत नजदीकियां है,और इन्हीं नजदीकियों के कारण वो धूमल के लिए त्याग करने के लिए तैयार हैं ।

वहीं सुखराम के इस त्याग के पीछे की राजनीति को भी समझा जा सकता कि अगर मुख्यमंत्री बदलता है, तो भविष्य में काफी बदलाव सामने आ सकते है। जिसमें धूमल के नजदीक लोगों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। धूमल को सीएम बनाने के लिए इस से पहले भी कुटलैहड़ से नवनिर्वाचित विधायक वीरेंद्र कंवर ने धूमल के लिए विधायक पद से त्याग पत्र देने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा था कि अगर प्रेम कुमार धूमल कुटलैहड़ से चुनाव लड़ना चाहें तो विधायक पद से इस्तिफा देने को तैयार हैं।

राजनीति संभावनाओं से भरा हुआ एक ऐसा खेल है ,जहां राजा कब प्यादा बन जाए और एक मामूली सिपाही कब शिखर पर बैठ जाए कहा नहीं जा सकता। राजनीति के जानकार इसे शतरंज का वो खेल मानते आए हैं जहां हर मोहरा अपनी ताकत दिखाने का मादा रखता है और अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या हाईकमान इन प्यादों की बलि से हारे हुए राजे को सिहांसन पर बिठाने के लिए त्यार है।