पहाड़ों की रानी शिमला से ऊपरी शिमला क्षेत्र, मंडी, कुल्लू और किन्नौर जिलों को जोड़ने वाली मुख्य संजौली ढली सुरंग में आने जाने के लिए अब जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। अब जल्द ही यहां पर डबललेन सुरंग का निर्माण किया जाएगा। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सुरंग के समानांतर करीब 147 मीटर लंबी टनल बनाएं जाने का खाका तैयार कर लिया गया है। इस सुरंग के बनने से जाम के साथ साथ सेब सीजन में वाहनों की आवाजाही भी सुचारू हो पाएगी। इस सुरंग पर 55 करोड़ खर्च होगा। जिसका काम इसी माह अवार्ड करने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि अंग्रेजों ने इस टनल का निर्माण कार्य 18वीं शताब्दी में आरंभ किया था। 1852 में बनी इस सुरंग की लंबाई 560 फीट है। बताया जाता है कि अंग्रेजों ने जब गोरखा हमलावरों को भगाया था और शिमला में अपने पैर जमाए थे, तो उन्होंने सबसे पहले संजौली-ढली टनल का निर्माण किया था। ढली सुरंग 175 साल से अधिक पुरानी है और इसकी डिजाइन की अवधि समाप्त हो चुकी है। जब ये टनल बनाई गई थी उस वक़्त घोड़ागाड़ी ही इसमें जा सकती थी बाद में इसको चौड़ा किया गया था।