रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने सरकार को चेताया है कि अगर जल्द सरकार ने डाक्टरों की मांगों पर अमल नहीं किया तो सोमवार से ओपीडी का बहिष्कार किया जाएगा। फिर कोविड मरीजों को दी जा रही सेवाओं को भी बंद किया जाएगा।
पंजाब पे कमीशन पर डॉक्टरों की नाराजगी के चलते प्रदेश में हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन की कुछ दिनों से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू है। इसका हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन ने समर्थन किया है और पेन डाउन स्ट्राइक में आज फैकेल्टी एसोसिएशन ने भी समर्थन दे दिया है। मेडिकल कॉलेज परिसर में प्रिंसीपल कार्यालय के बाहर पेन डाउन स्ट्राइक में डॉक्टरों और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और सरकार से मांग की है कि जल्द डॉक्टरों की मांगों को माना जाए।
डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने कहा कि सोमवार तक अगर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया तो हड़ताल को पूरे दिन में तबदील किया जाएगा। कोविड काल में भी सरकार ने क्वांरटाइन पीरियड बंद कर दिया था तो उस समय में भी काले बिल्ले लगाकर विरोध किया था। लेकिन इस बार सरकार को डॉक्टरों के बारे में सोचना चाहिए। सरकार डाक्टरों के हितों को देखते हुए पंजाब पे कमीशन को लागू न करे क्योंकि पंजाब की तर्ज पर ही हिमाचल में भी कर्मचारियों को वेतन लाभ मिलते है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार नहीं मानती है तो दो घंटे की पैन डाउन स्ट्राइक को बढ़ाकर शाम चार बजे तक भी कामकाज ठप्प रखा जाएगा और आने वाले समय में आपातकालीन सेवाओं को भी बंद किया जा सकता है। डॉक्टरों के वेतन में कटौती की जा रही है जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। साथ ही डॉक्टरों का एनपीए 25 प्रतिशत से 35 प्रतिशत किया जाए और बेसिक वेतन से डी लिंक न किया जाए।