प्रदेश के जल शक्ति मंत्री द्वारा शिक्षकों पर की गई टिप्पणी का असर ऐसा रहा है कि मुख्यमंत्री तक को शिक्षक संघों की आहतों पर मरहम लगाना पड़ा रहा है। इसी कड़ी में आज प्रदेश के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार और वह स्वयं शिक्षकों का सम्मान करते हैं। शिक्षक राष्ट्र निर्माता हैं और कोविड काल में शिक्षकों ने सफलतापूर्वक हर घर पाठशाला कार्यक्रम चला कर विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने दी।
कोविड महामारी के समय शिक्षकों ने हर क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिए समर्पित है और उनको समय-समय पर विभिन्न लाभ प्रदान किए गए हैं। सरकार शिक्षकों की सभी जायज मांगों का समाधान करती आई है और भविष्य में भी उनकी विभिन्न मांगों के समाधान के लिए वचनबद्ध है।
शिक्षक संगठनों ने संयुक्त बयान जारी कर प्रदेश सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री की ओर से आए बयान और मुख्यमंत्री द्वारा की गई मध्यस्थता के बाद अपना विरोध समाप्त करने की घोषणा की है। शिक्षा संगठनों ने कहा कि अब शिक्षक संगठनों द्वारा कोई भी बयानबाजी नहीं की जायेगी।