एसपी शिमला मोहित चावला ने कहा कि 15 जुलाई से 15 अक्टूबर से सेब सीजन चलता है जिसमें 15 अगस्त से 15 सितंबर सेब सीजन के पीक पर रहता है। इस बार फसल काफी अच्छी है शिमला जिला में 2 करोड़ पेटी सेब होने का अनुमान लगाया गया है। सेब सीजन के दौरान ट्रैफिक की समस्या न हो इसके लिए शिमला पुलिस ने 11 नाके और 5 कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं। फागु में मुख्य कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां पर गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन की जाएगी।
एसपी ने कहा कि सेब की ट्रांसपोर्टेशन के लिए रोड मैप भी तैयार किया गया है। शिमला शहर में कोई ट्रक प्रवेश नहीं करेगा। ट्रकों को शोघी मेहली बाईपास से भेजा जाएगा। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल की पालना करवाना भी पुलिस का काम रहेगा। इस बार 40 हजार ट्रक प्रदेश से सेब के बाहर जाने का अनुमान है। जिसके मद्देनजर शिमला पुलिस ने 200 ट्रैफिक जवानों के अलावा 25 से लेकर 75 अतिरिक्त जवान 15 अक्टूबर तक ट्रैफिक व्यवस्था में तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा रफ्तार ट्रैफिक टीम को कुफरी तक भेजा जाएगा और ड्रोन से भी ट्रैफिक व्यवस्था पर नजर रखी जायेगी।
वहीं, सेब सीजन के दौरान बागवानों से होने बाली धोकाधड़ी से निपटने के लिए एसआईटी के अलावा एक हेल्प नंबर 88947-28012 भी जारी किया गया है। इस नंबर के माध्यम से बागवान अपनी समस्या को पुलिस के साथ सांझा कर सकते हैं।
वीकएंड पर 30 हजार गाड़ियों ने क्रॉस किया शोघी बैरियर
एसपी ने बताया कि शिमला में पर्यटकों की भीड़ बढ़ गई है और वीकएंड में शोघी बैरियर से 30 हजार गाड़ियां क्रॉस हुई हैं । शिमला में 95 फ़ीसदी ऑक्यूपेंसी थी। लगभग 35 हजार लोग शिमला पहुंचे हैं। कोविड के नियमों की भी उल्लंघना हुई है जिसके चालान भी काटे गए हैं। 15 दिन में 3 एफआईआर भी दर्ज हुई हैं। एसपी ने पर्यटकों से अपील की है कि वे शिमला में आकर कोविड प्रोटोकॉल की उल्लंघना न करें अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।