12वीं कक्षा के परिणामों में सरकारी स्कूलों के बजाय निजी स्कूलों के बच्चों के ज्यादा मार्क्स आये हैं जिसको लेकर कुछ छात्रों ने आपत्ति दर्ज की है। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि अगर किसी भी छात्र के साथ भेदभाव हुआ है तो वह जांच का विषय है। शिक्षा बोर्ड ने छात्रों को तय 8 पैरामीटर के आधार पर नंबर दिए हैं । अगर इसमें किसी भी तरह की खामी रही है तो उसको चेक किया जाएगा। साथ ही शिक्षा मंत्री ने सरकारी स्कूलों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने की बात भी शिमला में कही है।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में सस्ती, एक समान और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देना सरकार का काम है। नई शिक्षा नीति में भी इसको लेकर कहा गया है। जमा दो के परिणामों में अगर सरकारी स्कूलों के बच्चों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव हुआ होगा तो उसकी जांच होगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोविड के कारण ऑनलाईन पढ़ाई हो रही है। ऐसे में प्रदेश के कुछ इलाकों में नेटवर्क की समस्या पेश आ रही है जिससे छात्रों की पढ़ाई बाधित होती है। शिक्षा विभाग ने बहुत जल्द विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों के साथ मीटिंग बुलाई है जिसमें नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे क्षेत्रों में नेटवर्क दुरस्त करने के निर्देश दिए जाएंगे ताकि कोई बच्चा पढ़ाई से वंचित न रहे।