हमीरपुर जिला बरोहा पंचायत के डुघा कलां में एक गौशाला में एक संदिग्ध हालत में शव बरामद हुआ है। व्यक्ति का शव गौशाला की दीवार पर लटका हुआ था और हाथ-पैर भी बंधे हुए थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने घटना के संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
वहीं, पुलिस जांच और विशेषज्ञों की राय में ये बात सामने आई है कि शव जला नहीं था बल्कि डिस्पोज ऑफ हो रहा था। जिस बजह से शरीर पुरी तरह से काला पड़ चुका था। हालांकि प्रथम दृष्टि में लग रहा था कि शरीर जला हुआ है, लेकिन जब लाश को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर लाया गया तो प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि व्यक्ति को मरे हुए बहुत दिन हो चुके हैं, जिस वजह से शरीर काला पड़ चुका है। टांगों और बाजू पर गहरे निशान दिखाई दे रहे थे। यह भी लग रहा था कि मौत से पहले व्यक्ति के हाथ और पांव रस्सी से बंधे हुए थे। अब फॉरेंसिक जांच के बाद यह स्पष्ट होगा कि यह निशान किस वजह से पड़े हैं।
मामले की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हमीरपुर विजय सकलानी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है। डेड बॉडी जली नहीं है बल्कि बहुत दिन पुरानी है जिस वजह से शरीर काला पड़ गया है। अभी तक इसकी शिनाख्त भी नहीं हो पाई है। हालांकि लाश फंदे से लटकी हुई थी। उन्होंने कहा कि बिसरा सैंपल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
वहीं, स्थानीय निवासी एवं प्रत्यक्षदर्शी रिंकू ने बताया कि वह सुबह मौके पर पहुंचे थे तो उन्हें गौशाला में बहुत बदबू आई और जब उन्होंने देखा तो यहां पर किसी व्यक्ति का शव संदिग्ध हालत में पड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह गौशाला लंबे समय से बंद थी। रिंकू का कहना है कि कुछ साल पहले भी इस तरह की घटना क्षेत्र में सामने आई थी और तब भी शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि गांव से कोई व्यक्ति हाल फिलहाल में लापता नहीं है। इसलिए आशंका यह भी जताई जा रही है कि यह लाश किसी प्रवासी मजदूर की भी हो सकती है।