रोहड़ू के गांव कलोटी में खुदाई के दौरान साढ़े 4 फीट का एक शिवलिंग और शिव परिवार की मूर्तियां जमीन से निकली हैं। भठोलीगड़ के क्लोटी में जिस स्थान पर यह मूर्तियां मिली हैं उस स्थान का नाम देवरा है। जिसका अर्थ होता है देवी-देवताओं के बैठने का स्थान। बताया जा रहा है कि इस जगह पर शिवलिंग का थोड़ा सा हिस्सा कई वर्षों से दिखाई दे रहा था। लेकिन किसी को ये इल्म नहीं थी कि पत्थर जैसे दिखने वाला ये शिवलिंग है। स्थानीय लोग इसे भीम की गदा समझते रहे।
जब ग्रामीणों ने इस जगह का पुनरुत्थान करने की सोची तो गुडारू महाराज गांव गवास को इस संदर्भ में पूछा गया। महाराज ने तुरंत इस स्थान पर खुदाई के आदेश दिए। जिसके बाद खुदाई की गई तो शिव परिवार प्रकट हुआ। जिससे की पूरे क्षेत्र में एक खुशी की लहर दौड़ गई। इस खुदाई में साड़े 4 फीट का एक शिवलिंग, शिव की प्राचीन मूर्ति, शिवलिंग के विराजित होने की शक्ति की पिंडी, भगवान गणेश की पत्थर पर बनी मूर्ति और कार्तिकेय की पिंडी मिली है।
मान्यता के अनुसार इस स्थान पर प्राचीन मंदिर भी हुआ करता था। लोगों को इसके बारे में स्वप्न भी आया करते थे। उसके बाद खुदाई में ये मूर्तियां मिली है। श्री गुडारू महाराज के आदेश अनुसार सावन के पहले सोमवार यानी 19 जुलाई 2021 को इस शिवलिंग को पुनः स्थापित कर दिया गया है। उसके बाद से क्षेत्र में बारिश हो रही है और किसानों बागवानों को सूखे से राहत मिली है। भारी संख्या में लोग यहां दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं।